प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के लिए टेक्सटाइल सेक्टर की भूमिका को बेहद अहम बताया है। इंडियन काउंसिल फॉर कल्चरल रिलेशंस (आइसीसीआर) द्वारा टेक्सटाइल परंपरा पर आयोजित एक वेबिनार में उन्होंने कहा कि सरकार इस सेक्टर में कौशल विकास, वित्तीय सहायता और इसे टेक्नोलॉजी से जोड़ने की दिशा में खासतौर पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
प्रधानमंत्री का कहना था कि भारतीय टेक्सटाइल का दुनियाभर में बड़ा मोल है। इस सेक्टर ने अन्य संस्कृतियों की परंपराएं, शिल्प, नए उत्पाद और तकनीक अपनाकर खुद को समृद्ध भी किया है। टेक्सटाइल सेक्टर ने हमेशा घरेलू बाजार में नए अवसर प्रदान किए हैं और यह सबसे ज्यादा रोजगार देने वाले क्षेत्रों में शामिल रहा है। उनके मुताबिक इस सेक्टर के माध्यम से लोग देश के इतिहास, विविधता और विशाल अवसरों का अवलोकन कर सकते हैं। भारत की सभी टेक्सटाइल परंपरा में रंगों, जीवंतता और विशिष्टता का समावेश है।
उत्तराखंड में वोकल फॉर लोकल अभियान को आगे बढ़ा रहा ये परिवार
उत्तरकाशी जिले के नौगांव ब्लॉक में ग्राम हिमरोल निवासी प्रगतिशील किसान भरत सिंह राणा के परिवार ने इस लॉकडाउन में स्वरोजगार की अनोखी मिसाल पेश की। इस अवधि के दौरान जब वाहनों की आवाजाही पूरी तरह बंद थी, तब इस परिवार ने वोकल फॉर लोकल (Vocal for Local) थीम पर पार्सल के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने की मुहिम शुरू की। वर्तमान में एक दर्जन से अधिक उत्पाद ऑनलाइन डिमांड पर पार्सल के माध्यम विभिन्न राज्यों में पहुंच रहे हैं। राणा परिवार के इस उद्यम से जुड़कर गांव की दो दर्जन से अधिक महिलाओं को भी रोजगार मिल रहा है।
पीएम नरेंद्र मोदी के वोकल फॉर लोकल अभियान को आगे बढ़ाते हुए किसान भरत सिंह राणा व उनके पुत्र जगमोहन सिंह राणा ने गांव में महिलाओं के तैयार किए उत्पादों को स्थानीय बाजार से लेकर ऑनलाइन बाजार में बेचना शुरू किया।