आज का दिन, इस समझौते में बहुत सकारात्मक भूमिका निभाने वाले ऑल बोडो स्टूडेंट्स यूनियन, नेशनल डेमोक्रेटिक फ्रंट ऑफ बोडोलैंड से जुड़े सभी युवा साथियों, बीटीसी के चीफ हगरामा माहीलारे और असम सरकार की प्रतिबद्धता को अभिनंदन करने का दिन है।
आज का दिन संकल्प लेने का है कि विकास और विश्वास की मुख्य धारा को मजबूत करना है। अब हिंसा के अंधकार को इस धरती पर लौटने नहीं देना है।
जिस मोदी को इतनी बड़ी मात्रा में माताओं-बहनों का सुरक्षा कवच मिला हो उस पर कितने ही डंडे गिर जाएं उसको कुछ नहीं होता। आज शहीदों को याद करने का दिन है।
आज का दिन पूरे नॉर्थ ईस्ट के लिए एक नई शुरुआत, एक नया सवेरा और एक नई प्रेरणा का स्वागत करने का दिन है। आज का दिन उपेन्द्र नाथ और रूप नाथ ब्रम्हा को याद करने और उनके प्रति हमारे सम्मान का भुगतान करने का दिन है।
आपकी मदद और इच्छाशक्ति के कारण ही स्थाई शांति का मार्ग खुला है। यह 21 वीं सदी का स्वागत करने के लिए असम और पूरे पूर्वोत्तर के लिए एक नया अवसर और एक नई सुबह है।