चैत्र नवरात्रि का पर्व लोग अपने घरों में रहकर माँ के 9 रूपों की पूजा कर मना रहे हैं। ऐसे में आज चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन है और आज हम आपको बताने जा रहे हैं माँ चंद्रघंटा की पूजा विधि और माँ चंद्रघंटा का प्रिय भोग, माँ चंद्रघंटा को कौन सा पुष्प अर्पित करना चाहिए और इसी के साथ हम आपको बताएंगे माँ चंद्रघंटा का मंत्र।
माँ चंद्रघंटा की पूजा विधि- सबसे पहले देवी की स्थापित मूर्ति को गंगाजल, केसर और केवड़ा से स्नान कराएं। अब इसके बाद आप माँ चंद्रघंटा को सुनहरे रंग के वस्त्र चढ़ाएं। अब आप देवी मां को कमल और पीले पुष्प की माला अर्पित करें। इसके बाद आप उन्हें मिठाई, पंचामृत और मिश्री का भोग लगाएं। अब इसके बाद आप अपनी इच्छा के अनुसार दुर्गा चालीसा, स्तुति अथवा सप्तशती का पाठ कर सकते हैं। यह सभी बड़े ही लाभदायक माने जाते हैं।
मां चंद्रघंटा का भोग- कहा जाता है माता रानी को केसर की खीर और दूध से बनी मिठाई का भोग लगाना चाहिए। इसके अलावा आप चाहे तो पंचामृत, चीनी व मिश्री का भोग भी माँ को लगा सकते हैं।
मां चंद्रघंटा का भोग-
पिण्डजप्रवरारूढा चण्डकोपास्त्रकैर्युता।
प्रसादं तनुते मह्यं चंद्रघण्टेति विश्रुता।।
मां चंद्रघंटा की पूजा में कौन-सा पुष्प अर्पित करें- कहा जाता है मां चंद्रघंटा को सफेद कमल और पीले गुलाब की माला अर्पित करना चाहिए क्योंकि यही उन्हें सबसे अधिक प्रिय माने जाते हैं।