अररिया में एसएसबी ने गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए बुलेटप्रूफ दो जार में बंद सांप के विष को जब्त किया है। टीम ने तस्करी में शामिल तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है। अंतराष्ट्रीय बाजार में इस विष की कीमत लगभग 25 करोड़ रुपये है।
एसएसबी की 52वीं बटालियन ने खुफिया सूचना के आधार पर यह कार्रवाई नेपाल सीमा से सटे भारतीय क्षेत्र के सिकटी पीरगंज के पास की। बुलेटप्रूफ दो जार में बंद सांप के विष को पश्चिम बंगाल के मालदह टाउन के तस्कर ने सिकटी में डिलीवर की थी। पकड़े गये तस्कर नरेश यादव पिता सरफिल यादव और जितेंद्र यादव पिता गोसाई यादव सिकटी थाना क्षेत्र के दहिपोरा मज़रख का रहनेवाला है वहीं तीसरा तस्कर नरेश यादव पिता फटकन यादव फुलकाहा थाना क्षेत्र के मिल्की डुमरिया का है।
एसएसबी ने जब्त सांप के विष और गिरफ्तार तस्कर को वन विभाग के हवाले कर दिया है। एसएसबी 52वी बटालियन के कमांडेंट बिरेन्द्र कुमार बर्मा ने बताया है कि बुधवार की शाम गुप्त सूचना मिलने के बाद सिकटी सीमा पर तैनात सी और डी कंपनी के जवानों ने संयुक्त रूप से पीरगंज इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाया। इसी दौरान पीरगंज के पास एक बाइक पर सवार तीन लोगों को रोककर तलाशी ली गई तो उनके पास से मेड इन फ्रांस मार्का का लेबल लगा सर्प विष से भरा दो जार बरामद किया गया। अंतराष्ट्रीय बाजार में इस विष की कीमत लगभग 25 करोड़ रुपये है। तीनों तस्कर एक मोटरसाइकिल से दो जार में विष लेकर जा रहे थे। गिरफ्तारी के बाद पूछताछ के दौरान तस्करों ने बताया कि मालदह के नारायण साह उर्फ गोपाल दा ने उनलोगों को सांप के विष की डिलीवरी दी थी। पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि भारतीय क्षेत्र में किसी अन्य को सांप विष देना था। इधर वन विभाग के अधिकारी गिरफ्तार तस्कर से पूछताछ कर रही है।