अयोध्या विवाद मामले में सर्वोच्च न्यायालय सुनवाई करेगा. मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली पांच जजों की संविधान पीठ आज दोपहर 2 बजे इस मामले की सुनवाई करेगी. गुरुवार को मध्यस्थता पैनल ने सीलबंद लिफ़ाफ़े में अपनी रिपोर्ट शीर्ष अदालत को सौंपी थी.
संविधान पीठ आज रिपोर्ट देखने के बाद ये तय करेगी कि मुख्य मामले की सुनवाई कब से शुरू की जाए. इससे पहले पिछली सुनवाई में सर्वोच्च न्यायालय ने मध्यस्थता पैनल से 31 जुलाई तक मध्यस्थता का काम पूरा कर 1 अगस्त को रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए थे.
इसी रिपोर्ट पर सुप्रीम कोर्ट आज सुनवाई करने वाला है. संविधान पीठ ने कहा था कि वो 2 अगस्त को मध्यस्थता पैनल की अंतिम रिपोर्ट देखने के बाद फैसला लेगा कि इस मामले में रोजाना सुनवाई होगी या नहीं. मध्यस्थता पैनल ने सर्वोच्च न्यायालय में रिपोर्ट दाखिल कर मध्यस्थता पूरी करने के लिए और समय मांगा था. हिन्दू पक्षकार गोपाल विशारद के वकील परासरन ने शीर्ष अदालत से जल्द सुनवाई की तारीख निर्धारित करने की मांग की थी और कहा था कि अगर कोई समझोता हो भी जाता है, तो उसे अदालत की मंजूरी आवश्यक है.
मुस्लिम पक्षकारों की तरफ से राजीव धवन ने विरोध करते हुए कहा था कि यह मध्यस्थता प्रकिया की आलोचना करने का समय नहीं है. राजीव धवन ने मध्यस्थता प्रकिया पर सवाल खड़े करने वाली अर्जी को खारिज करने की मांग की थी, किन्तु निर्मोही अखाड़ा ने गोपाल सिंह की याचिका का समर्थन किया था और कहा था कि मध्यस्थता प्रकिया ठीक दिशा में आगे नहीं बढ़ रही है.