जापान ने बढ़ते क्षेत्रीय खतरों के जवाब में अपने सैन्य तंत्र को मजबूत करने के लिए गुरुवार को 400 टॉमहॉक मिसाइलें खरीदने के लिए अमेरिका के साथ समझौते पर हस्ताक्षर किए।
प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा की सरकार 2027 तक अपने वार्षिक रक्षा खर्च को दोगुना कर तकरीबन 10 ट्रिलियन येन (तकरीबन 6800 करोड़ डालर) करने का निर्णय कर चुकी है। ऐसा करने पर जापान सेना पर पैसा खर्च करने के मामले में अमेरिका और चीन के बाद दुनिया का तीसरा देश बन जाएगा।
जापान और अमेरिका के बीच समझौते पर हस्ताक्षर
जापान के रक्षा मंत्री मिनोरू किहारा और जापान में अमेरिकी राजदूत रहम इमैनुअल ने खरीद समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस दौरान किहारा ने कहा कि जापान और अमेरिका तेजी से बदलते माहौल में मिसाइलों की तैनाती में तेजी लाने पर सहमत हुए हैं। ये मिसाइलें युद्धपोतों से प्रक्षेपित की जा सकती हैं और इसकी मारक क्षमता 1,600 किलोमीटर है।
जापान के सैनिकों को टॉमहॉक मिसाइलों के लिए मिलेगा प्रशिक्षण
अमेरिका जापान के सैनिकों को टॉमहॉक मिसाइलों के लिए मार्च से प्रशिक्षण देगा। जापान की सरकार ने कहा कि चीन और उत्तर कोरिया की धमकियों के कारण देश द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद सबसे गंभीर सुरक्षा माहौल का सामना कर रहा है। इस कारण देश को अमेरिका, ब्रिटेन, आस्ट्रेलिया और अन्य मित्र देशों के साथ सैन्य सहयोग बढ़ाना पड़ रहा है।