वाशिंगटन। अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने के लिए चलाए गए सीक्रेट ऑपरेशन पर किताब लिखने वाले नेवी सील कमांडो ने किताब के प्रकाशन की अनुमति नहीं लेने मामले में अभियोजन से बचने के लिए 70 लाख डॉलर की रकम देने के लिए हामी भर दी। इस रकम में किताब की बिक्री से मिलने वाली सारी रकम शामिल है।
अमेरिकी नौसेना के पूर्व सील कमांडो मैथ्यू बिस्सोनेट ने न्याय विभाग के साथ करार के एक हिस्से के तौर पर अपनी बेस्टसेलर किताब, ‘नो इजी डे: द फर्स्टहैंड ऑफ द मिशन दैड किल्ड ओसामा बिन लादेन’ से मिलने वाली तमाम पिछली और अगली आय अमेरिकी सरकार को सौंपने पर सहमति जताई है। अमेरिकी न्याय विभाग का आरोप है कि बिस्सोनेट ने अनिवार्य रूप से अपनी किताब का मसौदा जमा नहीं किया था।
न्याय विभाग के प्रवक्ता निकोल नावास ने कहा, ‘बिस्सोनेट ने अमेरिका को ‘नो इजी डे’ के प्रकाशन से मिली अपनी पिछली और भावी आय अदा करने पर सहमति जताई है।’ उधर, एबीसी न्यूज ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि डील के अनुसार, बिस्सोनेट ने अपने किताब से होने वाली आय अमेरिका को अदा करने पर सहमति जताई है।
अब तक उसे इससे तकरीबन 67 लाख डॉलर की आय हुई है। उसे सरकार की कानूनी फीस के तौर पर 13 लाख डॉलर की अतिरिक्त रकम देनी होगी। बिस्सोनेट ने यह किताब मार्क ओवन के नाम से लिखी थी। उन्होंने ‘प्रेजेंटेशन’ के लिए एक लाख डॉलर की रकम भी सरकार को अदा करने पर सहमति जताई है। उन्होंने यह प्रेजेंटेशन स्लाइड का इस्तेमाल कर की थी जिसमें ऐसी सूचना शामिल थी जो उन्होंने समीक्षा के लिए पेंटागन को पहले नहीं भेजी थी।
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