पंजाब के जालंधर में स्पा सेंटर संचालक से पैसे लेकर मेहरबानी दिखाने वाले थाना रामा मंडी के प्रभारी को गिरफ्तार कर लिया गया है। थाना रामामंडी के इंस्पेक्टर राजेश अरोड़ा ने स्पा सेंटर संचालक पर कार्रवाई न करने के बदले तीन लाख रुपये की रिश्वत ली थी। इस मामले में उनके खिलाफ केस दर्जकर लिया गया है। राजेश अरोड़ा ने एक स्पा सेंटर पर छापा मारा था, इसके बाद उन्हें छोड़ दिया। पुलिस कमिश्नर स्वप्न शर्मा ने जांच के बाद प्रभारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
रिश्वत ले रहे ट्रैफिक पुलिसकर्मियों की वीडियो वायरल
उधर, अमृतसर सिटी की ट्रैफिक पुलिस इस समय विवादों में है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें कर चालक को रोककर चालान काटने की धमकी देकर ट्रैफिक पुलिस का एएसआई रिश्वत ले रहा है। यह वीडियो कचहरी रोड के दोआबा चौक का है। वहां पर एक ऑफिस में काम करने वाले का कहना है कि पिछले कई दिनों से दोनों ट्रैफिक पुलिस वाले लगातार लोगों को चालान काटने की धमकी देकर रुपये वसूल रहे थे। वीडियो इसलिए वायरल किया ताकि अधिकारियों को पता चल सके कि ट्रैफिक कंट्रोल करने की आड़ में पुलिस कर्मचारी कैसे लोगों से पैसे वसूल रहे हैं।
लुधियाना में नंबरदार को विजिलेंस ने पकड़ा
लुधियाना में शिफ्ट में काम करने की छूट के बदले पांच हजार रुपये रिश्वत मांगने के आरोप में नगर निगम जोन ए के एक नंबरदार को विजिलेंस ब्यूरो ने गिरफ्तार किया है। भ्रष्टाचार विरोधी एक्शन लाइन पर शिकायत मिलने के बाद विजिलेंस ने उक्त कार्रवाई को अंजाम दिया। शिकायत किसी और ने नहीं बल्कि सफाई सेवक ने दी थी। विजिलेंस ने गांव मत्तेवाड़ा के रहने वाले सफाई सेवक अशोक कुमार की शिकायत पर नंबरदार पंकज कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
शिकायतकर्ता अशोक कुमार ने विजिलेंस को दी शिकायत में बताया कि वह महानगर के प्रेम विहार इलाके में सफाई सेवक के रूप में काम करता है। सुबह 6 बजे से 11 बजे तक और दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक की शिफ्ट में काम करता है। आरोपी नंबरदार ने उसे 800 मीटर के दायरे में काम करने के निर्देश के बावजूद 2400 मीटर का एरिया सौंप दिया। विजिलेंस ने शिकायत मिलने पर जांच शुरु की तो आरोप सही मिले। विजिलेंस ने जांच के बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।