नई दिल्ली।
गांवों में भी अब हर घर तक सीधे गैस सिलेंडर पहुंचेंगे। ग्रामीण उपभोक्ताओं के लिए जल्द ही गैस सिलेंडर्स की होम डिलीवरी सेवा शुरू हो जाएगी। तेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि सरकार जल्द ही गैस वितरकों के लिए गांवों में भी हर घर तक सिलेंडर पहुंचाने को अनिवार्य कर देगी। गैस वितरकों को हर महीने 1500 से ज्यादा सिलेंडर रिफिल करके गांवों में भी घर-घर पहुंचाने होंगे।
अभी तक सरकारी योजना से जुड़ी राजीव गांधी ग्रामीण एलपीजी वितरण (आरजीजीएलवी) स्कीम के तहत आने वाले 5,500 डीलर्स गांवों में होम डिलीवरी से मुक्त थे। सरकार की ओर से किए गए इस नए संशोधन के बाद आरजीजीएलवी के करीब 60 प्रतिशत डीलर्स को गांवों में भी गैस की होम डिलीवरी देनी होगी। इस स्कीम से वो सामान्य गैस डीलर प्रभावित नहीं होंगे जो आरजीजीएलवी के अंतर्गत नहीं आते।
पूरे देश में करीब 18 हजार घरेलू गैस विक्रेता हैं, इनमें से से ज्यादातर शहरी इलाकों के लिए काम कर रहे हैं। तेल कंपनियां अब इस वित्तीय वर्ष में करीब 10 हजार और गैस विक्रेताओं को नियुक्त करेगी। अब सरकार ग्रामीण क्षेत्र में स्थित घरों तक शुद्ध ईंधन पहुंचाने खास ध्यान दे रही है। सरकार का लक्ष्य है कि अगले तीन सालों में 10 करोड़ उपभोक्ताओं को जोड़ा जाए। इसमें से ज्यादातर उपभोक्ता ग्रामीण इलाकों से ही होगा।
अभी ग्रामीण क्षेत्रों के ग्राहकों को डीलर तक पहुंचकर सिलेंडर लाने में घंटों का समय लग जाता है। गैस भरवाने के लिए उन्हे अभी मीलों दूर जाना पड़ता है। साथ ही उन्हे अपने घर तक सिलेंडर को लाने में भी बहुत परेशानी होती है। ग्रामीण उपभोक्ताओं की इसी परेशानी को दूर करने के लिए सरकार ये बड़ा कदम उठाने जा रही है।
अभी तक गांवों में गैस सिलेंडर इस्तेमाल करने वाले लोगों की संख्या कम है और गांवों में घर-घर सिलेंडर पहुंचाना भी किसी चुनौती से कम नहीं है। इसी वजह से गैस वितरक सिलेंडर घर तक नहीं पहुंचाते। वहीं शहरी क्षेत्रों में घर तक गैस सिलेंडर पहुंचाना अनिवार्य है।