नई दिल्ली। बीते दिनों पीएम मोदी ने 15 अगस्त के दिन लाल किले से पाकिस्तान के बलूचिस्तान और पीओके को लेकर बयान दिया था। जिसके बाद वहां परेशान लोगों के दिलों में एक उम्मीद जगी थी। उन्होंने मोदी के इस बयान का खुलकर समर्थन किया था। हालांकि पाकिस्तान ने इसका विरोध भी किया था। अब एक और देश ने पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई है। ये मदद की आवाल तुर्की और इराक के मध्य बसे कुर्दिस्तान से आई है।
पीएम मोदी से मदद की गुहार महिला लड़ाकुओं ने लगाई
कुर्दिस्तान ने आईएसआईएस से अपने दम पर जबरदस्त संघर्ष छेड़ रखा है। भारत एशिया महाद्वीप में संघर्ष करते लोगों के लिए बड़े भाई की भूमिका अख्तियार कर चुका है। महिला लड़ाकू ब्रिगेड की बहादुरी के लिए जानें जाने वाले कुर्दिस्तान ने पीएम मोदी से मदद की गुहार लगाई है। कुर्दिस्तान की खासियत है पेशमर्गा, उसके जांबाज लड़ाके और उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर लड़ने वाली उसकी महिला फाइटर्स।
इन महिला फाइटर्स से आईएस के लड़ाके भी से डरते हैं क्योंकि उनकी मान्यता है कि अगर वे महिलाओं के हाथों मारे जाएंगे तो उन्हें नर्क जाना पड़ेगा। इराक के स्वशासित कुर्द क्षेत्र ने भारत से मांग की है कि भारत आतंकिेयों से उसकी लड़ाई में उसे मदद दे। इसके साथ ही बता दें कि भारत ने अभी हाल ही में कुर्दिस्तान की राजधानी इरबिल में अपना वाणिज्य दूतावास खोला है। आईएस के चंगुल में फंसे 39 भारतीयों को छुड़ाने में उसे कुर्दों के मदद की जरूरत है।
बता दें कि इससे पहले कई बलूचिस्तान के नेताओं ने मोदी के बयान का सर्मथन करते हुए उनसे मदद मांगी थी। जिसके बाद इन नेताओं को इसका खामियाजा भुगतना पड़ गया था। इस मामले में नवाज शरीफ सरकार ने बड़ा एक्शन लिया था। पीएम मोदी से सपोर्ट मांगने वाले पांच बलूच नेताओं के खिलाफ देशद्रोह का केस दर्ज किया गया था।