एक पीढ़ी पहले, पोर्नोग्राफी एक ऊंचे स्तर तक ही सीमित थी। लेकिन आज की दुनिया में यह हर जगह है। फोन, लैपटॉप और सोशल मीडिया आदि संसाधनों ने इसे बड़ा रूप दे दिया है। 2013 से एक अध्ययन के अनुसार, सबसे अधिक देखे जाने वाले पोर्न दृश्यों में से 90 प्रतिशत में महिलाओं के खिलाफ हिंसा या अपमानजनक व्यवहार होता है। एक अन्य सर्वेक्षण में पाया गया कि ब्रिटेन में आधे लड़के और एक तिहाई लड़कियां पोर्न को सेक्स के यथार्थवादी चित्रण के रूप में देखती हैं।
अगर आपसे कोई यह कहे कि मां अपने खुद के बच्चों के लिए एडल्ट फिल्म बना रही हैं तो आप यकीनन इसे मजाक के तौर पर लेंगे। लेकिन हम आपको बता दें कि यह कोई मजाक नही है। दरअसल, ब्रिटेन में ऐसा सच में होने जा रहा है। जहां पर पांच महिलाएं अपने बच्चों के लिए एडल्ट फिल्म बनाने जा रही हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ब्रिटेन में महिलाओं का एक समूह अपने बच्चों के लिए पोर्न फिल्म बनाने जा रहा है। यह एडल्ट फिल्म महिलाओं के बच्चों को देखने के अनुरूप तैयार की जाएंगी। दरअसल, यह कदम सेक्स और यौन गतिविधियों के संबंध में बच्चों के बीच सकारात्मक दृष्टिकोण को बनाने के लिए उठाया गया है।
चैनल-4 पर आने वाले नए ब्रिटिश शो ‘मॉम्स मेक पोर्न’ पर काम शुरू हो चुका है। कुल मिलाकर 15 बच्चों के साथ पांच महिलाएं हैं। यह तीन पार्ट में दिखाया जाएगा, इसमें सभी महिलाओं के पोर्न इंडस्ट्री में काम करने का अनुभव दिखाया जाएगा।
हालांकि, इन महिलाओं का पोर्न इंडस्ट्री से कुछ लेना-देना नहीं है। वह इन वीडियो में खुद काम नहीं करेंगी बल्कि यौन शिक्षा को सकारात्मक रूप से दिखाने के लिए मदद करेंगी। डॉक्यूमेंट्री में बताया गया है कि ब्रिटेन में लगभग एक तिहाई इंटरनेट ट्रैफिक हार्डकोर पोर्न से आता है।
अपने निजी पलों में बहुत से लोग पोर्न देखने में कोई बुराई नहीं समझते लेकिन शोध कहते हैं कि पोर्न देखना सेहत पर खराब असर डालता है। खासकर बच्चों के लिए, नॉर्टन बाई सिमैन्टेक की स्टडी में ये बात सामने आई थी कि अगर भारतियों को मुफ्त में इंटरनेट मिले तो वो सबसे ज्यादा पोर्न देखना पसंद करते हैं।
एक अध्ययन के मुताबिक, होटल के वाई-फाई में 49 प्रतिशत इंडियंस पोर्न देखते हैं जबकि बाकी दुनिया के 40 प्रतिशत लोग पोर्न देखते हैं। अध्ययन में ये भी पता चला है कि भारत में हर तीसरा व्यक्ति फ्री वाई-फाई पर एडल्ट कंटेंट देख लेता है, जबकि पूरी दुनिया में हर छठा व्यक्ति ऐसा करता है।