शरद पवार की प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान भाजपा आईटी सेल प्रभारी अमित मालवीय ने अनिल देशमुख का 15 फरवरी का एक ट्वीट शेयर किया है, जिसमें वो प्रेस कॉन्फ्रेंस करते नजर आ रहे हैं।
अमित मालवीय ने सवाल किया है कि अगर 5-15 फरवरी अनिल देशमुख अस्पताल में भर्ती थे तो उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कैसे की? दूसरी ओर एनसीपी के नेता और महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने कहा है कि जांच के बाद ही सच सामने आएगा और तब तक देशमुख के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता है।
मलिक ने कहा कि सबसे पहले तो यह पता लगाया जाना चाहिए कि आखिर परमबीर सिंह ने अपने ट्रांसफर के बाद यह चिट्ठी क्यों लिखी। उन्होंने भी चिट्ठी की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि जिस समय पैसे मांगे जाने का उल्लेख है, उस समय देशमुख अस्पताल में थे। तो बात कैसे और कब हुई, इस बारे में परमबीर ने कुछ नहीं बताया है।