दशहरा पर्व पर पंजाब के अमृतसर में कल रावण दहन के दौरान मची भगदड़ के बाद ट्रेन की चपेट में आने से 65 से अधिक लोगों की मौत पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद दुखी हैं। गोरखपुर से उन्होंने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है।
इसके साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने इस हादसे के बाद सरकार पर सवाल उठाया है। उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सांसद रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा आधी रात को ही घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने राहत कार्य में तेजी लाने का निर्देश देने के साथ हादसे में घायलों से भी भेंट की।
पंजाब के अमृतसर की इस घटना पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने दुख जताते हुए ट्वीट किया और कहा कि ईश्वर से दिवंगत आत्माओं की शांति एवं दुर्घटना में घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर से सांसद और रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा को जैसे ही हादसे की खबर मिली वह घटनास्थल पर देर रात करीब 12:40 बजे पहुंचे। रेल राज्य मंत्री ने बताया कि रेलवे ट्रैक के पास मौजूद लोग पटाखे फटने के कारण आने वाली ट्रेन की आवाज नहीं सुन सके और ट्रेन की चपेट में आ गए। रेल राज्यमंत्री मनोज ने कहा कि रेलवे ट्रैक के पास हुए दशहरा आयोजन की अनुमति नहीं ली गई थी। पर्व में भीड़ उमडऩे की वजह से यह हादसा हुआ। ट्रेन की स्पीड ज्यादा होने के विषय पर उन्होंने कहा कि यह जांच का विषय है
जांच में जो तथ्य सामने आएंगे, उस मुताबिक कार्रवाई की जाएगी। उत्तर रेलवे के जीएम वी चौबे, चेयरमैन अश्वनी लोहानी व भाजपा नेताओं के साथ सिन्हा मुआयना करते हुए कहा कि दुर्घटना बहुत ही दुखद है। वहां से वह गुरुनानक देव अस्पताल गए, जहां उन्होंने घायलों का हाल जाना। मौके पर मौजूद लोगों ने रेल प्रशासन मुर्दाबाद के नारे भी लगाए। जीएम उत्तर रेलवे वी चौबे ने कहा कि दशहरा पर्व की कोई जानकारी रेलवे के पास नहीं थी और न ही पता था कि ट्रैक पर इतने लोग मौजूद है। इसकी जांच की जाएगी।
वहीं समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव इस मौके पर भी राजनीति करने से नहीं चूके। उन्होंने ट्वीट कर सरकार पर आरोप लगाए। अखिलेश ने कहा कि यह बड़ी दुर्घटना रेलवे-प्रशासन की बदइंतजामी और लापरवाही का दर्दनाक परिणाम है।
गौरतलब है कि पंजाब के अमृतसर में कल रात ट्रेन हादसा में 65 से अधिक लोगों की मौत हो गई जबकि सौ से अधिक लोग घायल हैं। हादसा जोड़ा रेल फाटक के पास उस वक्त हुआ जब पठानकोट से अमृतसर जा रही डेमू ट्रेन गुजर रही थी। करीब दस सेकेंड में ही सैकड़ों लोग ट्रेन की चपेट में आ गए। मृतकों में ज्यादातर लोग उत्तर प्रदेश और बिहार के है। उस समय मौके पर कम से कम 300 लोग मौजूद थे जो पटरियों के निकट एक मैदान में रावण दहन देख रहे थे। उस समय रावण दहन कार्यक्रम में पंजाब के डिप्टी सीएम नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी भी मौजूद थीं। उनका भाषण हादसे के समय भी चल रहा था और हादसे के बाद वह घटनास्थल पर जाने की जहमत नहीं उठा सकीं।