हवा ने बदला तापमान का रुख, आने वाले दिनों में और बढ़ेगी ठंड

हवा ने बदला तापमान का रुख, आने वाले दिनों में और बढ़ेगी ठंड

उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पारे में लगातार गिरावट के कारण लोग कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे हैं। इसके अलावा दक्षिण भारत में निवार के बाद अब बुरवेई चक्रवाती तूफान को लेकर चेतावनी दी गई है।

नई दिल्ली। देश में सर्दी जोर पकड़ चुकी है, और तापमान में हो रही गिरावट को देखते हुए लग रहा है कि इस बार देशवासियों को ठंड का सितम कुछ ज्यादा ही झेलना पड़ेगा। पहाड़ों पर लगातार हो रही बर्फबारी मैदानी इलाकों के लिए ठंड में इजाफा कर रही है। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर इस वक्त पूरी तरह से बर्फ की चादर में ढक चुके हैं। तो वहीं उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में पारे में लगातार गिरावट के कारण लोग कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे हैं। इसके अलावा दक्षिण भारत में निवार के बाद अब बुरवेई चक्रवाती तूफान को लेकर चेतावनी दी गई है। मौसम विभाग के अनुसार खाड़ी में उठने वाले इस तूफान की श्रीलंका के त्रिनकोमाली के दक्षिण पूर्व से 240 किमी की दूरी है वहीं भारत के पामबन से फिलहाल यह तूफान 470 किमी और कन्‍याकुमारी से 650 किमी दूरी पर है।

उत्तर प्रदेश में सुबह-शाम रहेगा कोहरा

मौसम विभाग का अनुमान है कि आने वाले समय में उत्तर प्रदेश में के तापमान में गिरावट आएगी। इसके साथ ही सुबह-शाम कोहरा रहने के भी आसार हैं हालांकि दिन में मौसम साफ रहेगा। बुधवार को लखनऊ में अधिकतम तापमान में मामूली गिरावट दर्ज की गई। इसके अलावा यूपी में प्रदूषण की समस्या भी बढ़ेगी।

उत्तराखंड में चार दिसंबर के बाद हो सकता है ठंड में इजाफा

उत्तराखंड में न्यूनमत तापमान में गिरावट के साथ ठंड बढ़ने लगी है। मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि चार दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ हिमालय से टकरा सकता है, जिसके बाद ठंड में इजाफा दर्ज किया जा सकता है।

जम्मू कश्मीर में सात दिसंबर से फिर बदलेगा मौसम का मिजाज

जम्मू-कश्मीर में सात दिसंबर के बाद फिर से मौसम में बदलाव की आशंका जताई जा रही है। बारिश और बर्फबारी के चलते लोगों को और ठंड का एहसास करना पड़ सकता है। मौसम विभाग ने संभावना जताई है कि सात और आठ दिसंबर को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के मैदानी इलाकों में बारिश और पहाड़ क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है। यही कारण है कि इस दौरान यहां तापमान गिरेगा, जिस वजह से ठंड बढ़ेगी और इसका असर मैदानी इलाकों में भी पड़ेगा।

Powered by themekiller.com anime4online.com animextoon.com apk4phone.com tengag.com moviekillers.com