हम सभी स्लो wi-fi की परेशानी से अक्सर परेशान रहते हैं लेकिन अब आपकी इस परेशानी का केवल निजात नहीं खोजा गया है बल्कि मौजूदा wi-fi से 100 गुना तेज वायरलेस इंटरनेट इजाद किया गया है. रिसर्चर्स ने नए wi-fi सिस्टम को नुकसान न पहुंचाने वाले इन्फ्रा रेड किरणों की मदद से बनाया गया है, जो कि दूसरे डिवाइसेस को स्लो किए बिना ही बहुत सारे डिवाइसेस एक साथ सपोर्ट करेगा. 
इस लाइट बेस्ड सिस्टम को ‘Li-Fi’ नाम दिया जा रहा है और ये पहले के wi-fi सिस्टम से ज्यादा सिक्योर माना जा रहा है. रिसर्चर्स की मानें तो ये सिस्टम आने वाले 5 सालों के अंदर ही मार्केट में आ जाएगा. रिसर्चर्स ने ऐसी तकनीक खोज निकाली है जो अलग-अलग वेवलेंथ के बीम रेज के लिए सेंट्रल ‘लाइट एंटेना’ पर निर्भर करती है.
नीदरलैंड के Eindhoven यूनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी के रिसर्चर्स द्वारा तैयार किया गया वायरलेस सिस्टम सिर्फ 40 गिगाबाइट पर सेकंड (Gbit/s) की स्पीड नहीं रखता बल्कि इसे किसी के साथ शेयर करने की जरुरत भी नहीं है क्योंकि हर डिवाइस को खुद की लाइट रेज मिलेंगी. ये स्पीड इतनी है कि इससे आप एक सेकंड में ही 60 फिल्में तक डाउनलोड कर पाएंगे.
ये ऑप्टिकल फाइबर के जरिए डायरेक्ट लाइट रेज पहुंचाएगा, तो इसमें कोई भी मूविंग पार्ट्स नहीं होगें, इसलिए ये एक बिना मेंटेनेन्स वाला सिस्टम होगा जिसके लिए पॉवर की भी जरुरत नहीं होगी. इस सिस्टम को सेटअप करना भी बहुत आसान और सस्ता होगा.
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जैसा कि ये एक सुरक्षित इंफ्रारेड वेवलेंथ है इसकी वजह से ये आंखों को भी नुकसान नहीं पहुंचाएगा. ये नया सिस्टम इस तरह का होगा कि आप यदि अपने टैबलेट या स्मार्टफोन पर काम करते हुए कनेक्टेड लाइट एंटिना की पहुंच से दूर भी हो जाते हैं तो तुरंत ही दूसरे लाइट एंटिना से जुड़ जाएंगे.
इसके अलावा इस सिस्टम के बाद से अब आपके Wi-fi को पड़ोस के नेटवर्क से कोई फर्क नहीं पड़ेगा.
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