कोरोना वायरस की उत्पत्ति के बारे में जांच करने चीन पहुंचे विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के दल ने रविवार को वुहान के हुनान सीफूड मार्केट का दौरा किया। टीम के सदस्यों को वुहान के सबसे बड़े वेट मार्केट में से एक बइशाजू मार्केट से गुजरते हुए देखा गया। उनके साथ चीनी अधिकारियों और प्रतिनिधियों का दल भी था। दल अब तक दो अस्पतालों का दौरा कर चुका है। इससे पहले शनिवार को वे वुहान के एक अस्पताल में पहुंचे। 14 सदस्यीय विशेषज्ञों की टीम गत 14 जनवरी को वुहान पहुंची थी और 14 दिनों तक क्वारंटाइन रही।

जिनयांतन अस्पताल शहर के उन चुनिंदा अस्पतालों में से एक है जहां 2020 की शुरुआत में अज्ञात वायरस से पीड़ित लोगों का इलाज किया गया था। बता दें कि दल ने शुक्रवार को चीन के वैज्ञानिकों के साथ मुलाकात की थी और वुहान के उस अस्पताल का दौरा किया, जहां चीन के मुताबिक एक वर्ष पहले कोरोना के पहले मरीज का उपचार किया गया था। डब्ल्यूएचओ के दल में पशु स्वास्थ्य, विषाणु विज्ञान, खाद्य सुरक्षा एवं महामारी विशेषज्ञ शामिल हैं। उन्होंने कोरोना के प्रारंभिक इतिहास को समर्पित एक म्यूजियम का भी दौरा किया।
चीन के मुताबिक, कोरोना वायरस संक्रमण के पहले मरीज का इलाज हुबेई इंटिग्रेटेड चाइनीज एंड वेस्टर्न मेडिसीन हॉस्पिटल में हुआ था। यहां कोरोना का पहला मामला 27 दिसंबर 2019 को सामने आया था।डब्ल्यूएचओ ने गुरुवार को ट्विटर पर कहा था कि उसकी टीम अस्पतालों तथा हुनान सीफूड मार्केट, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी एवं वुहान सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल की प्रयोगशालाओं जैसे उन स्थानों पर भी जाएगा, जो वायरस के पहले-पहल मामलों से संबंधित हैं।
हालांकि, वैज्ञानिकों के केवल एक दौरे से वायरस की उत्पत्ति के बारे में कुछ भी पता लगाना कठिन है। उसने कहा कि दल ने इस महामारी से संबंधित विस्तृत डेटा मांगा है और वह कोरोना के शुरुआती मरीजों और उनका इलाज करने वालों से भी मुलाकात करेगा।
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