Vadodara Airport. गुजरात के वडोदरा एयरपोर्ट को 160 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक बनाया गया है। यहां विविध सुविधाओं के बावजूद कबूतरों की आवाजाही से नई मुसीबत खड़ी हुई है। यहां पर 16 कबूतरों के झुंड ने गंदगी का साम्राज्य खड़ा कर दिया है। इन समस्याओं से निजात पाने के लिए हवाई अड्डा निदेशक ने एक कबूतर के पकड़ने का शुल्क एक हजार रुपये अदा करने की घोषणा की है।
वडोदरा एयरपोर्ट पर इन्टीग्रेटेड की बिल्डिंग में अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण किया गया है। यहां 16 कबूतरों ने अपना अड्डा जमा दिया है। इनसे स्वच्छा और सौदंर्य में असुविधा हो रही है। हवाई अड्डा प्राधिकरण इन कबूतरों को नियंत्रित करने में असफल साबित हुआ है। यही कारण है कि हवाई अड्डा प्राधिकरण ने नागरिकों को आह्वान किया है कि वे इस असुविधा में उनकी मदद करें। इसके लिए उन्हें प्रति कबूतर एक हजार रुपये अदा किए जाएगे।
वडोदरा हवाई अड्डा प्राधिकरण के निदेशक चरण सिंह के अनुसार चेन्नई हवाई अड्डे पर भी कबूतरों का त्रास था। वहां के लोगों ने इससे बहुत सहयोग दिया। वहां की कुछ निश्चित जातियों के लोग कबूतर पकड़ने में माहिर है। चेन्नई एयरपोर्ट प्राधिकरण ने इन लोगों का संपर्क कर कबूतरों को पकवाया। जिसके बाद से यहां अब कबूतरों की कोई समस्या नहीं है।
उन्होंने कहा कि करीब 25 फीट ऊपर रहते कबूतरों को भगाना आसान नहीं है। जबकि वे कबूतरों को क्रूरता से नहीं मारना चाहते हैं। उन्हें कबूतरों से कोई समस्या नहीं है। लेकिन गंदकी के कारण लोग आकर वापस चले जाते है। इसलिए उन्होंने कबूतरो को पकड़ने के लिए चेन्नई एयरपोर्ट प्राधिकरण का संपर्क किया है। यहां कुल 16 कबूतर हैं। इन कबूतरों पकड़ने वालों को एक हजार रुपये की भी घोषणा गई है। उन्होंने कहा कि वडोदरा एयरपोर्ट को जल्द ही इस समस्या से निजात मिलेगी।