इजरायल और हमास के बीच आज भी जंग जारी है। इजरायल ने हमास के ठिकानों पर हमले भी तेज कर दिए हैं। इस बीच भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने शनिवार को फलस्तीनी प्रधानमंत्री मोहम्मद शतायेह के साथ फोन पर बातचीत की। जयशंकर ने फलस्तीन की स्थिति पर भी चर्चा की।
गाजा और वेस्ट बैंक की स्थिति पर हुई बातचीत
फोन पर बातचीत के दौरान मोहम्मद शतायेह ने जयशंकर के साथ गाजा और वेस्ट बैंक की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की। दोनों नेताओं ने संपर्क साधे रखने पर भी सहमति बनाई। एक्स पर लिखते हुए जयशंकर ने कहा,
आज शाम फलस्तीनी प्रधानमंत्री मोहम्मद शतायेह से बात की। गाजा और वेस्ट बैंक दोनों की स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की गई। फलस्तीन से भारत के लंबे समय से चले आ रहे संबंध करकरार रहेंगे, इसको भी दोहराया गया।
इजरायल और फलस्तीन को सलाह
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने इस बीच कहा कि फलस्तीन मुद्दे के संबंध में भारत की स्थिति हमेशा दीर्घकालिक रही है। बागची ने कहा कि भारत ने हमेशा इजरायल के साथ शांति से सुरक्षित और मान्यता प्राप्त सीमाओं के भीतर रहने वाले फलस्तीन के एक संप्रभु, स्वतंत्र और व्यवहार्य राज्य की स्थापना के लिए सीधी बातचीत फिर से शुरू करने की वकालत की है।
फलस्तीनीओं की मदद के लिए भारत प्रतिबद्ध
इससे पहले अक्टूबर में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फिलिस्तीनी प्राधिकरण के राष्ट्रपति महमूद अब्बास से बात की थी और गाजा के अल अहली अस्पताल में लोगों की मौत पर संवेदना व्यक्त की थी।
पीएम मोदी ने इजरायल-फलस्तीन मुद्दे पर भारत की लंबे समय से चली आ रही सैद्धांतिक स्थिति को दोहराते हुए फलस्तीनी लोगों को मानवीय सहायता प्रदान करने की भारत की प्रतिबद्धता की भी पुष्टि की।