अमेरिका और चीन में गहराते टैरिफ वार के बीच वाशिंगटन ने बीजिंग को पनामा नहर के लिए खतरा बताया है। अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने मंगलवार को कहा कि पनामा नहर को चीन से खतरे का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन अमेरिका और पनामा मिलकर इस नहर को सुरक्षित रखेंगे।
अमेरिकी रक्षा मंत्री के इस बयान से भड़के चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उसने कहा कि अमेरिका ने अपने हितों को आगे बढ़ाने के लिए ब्लैकमेलिंग का इस्तेमाल किया है। पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो से मुलाकात के बाद बेलबोआ नौसैनिक अड्डे पर एक कार्यक्रम में हेगसेथ ने कहा कि अमेरिका चीन या किसी अन्य देश को नहर के संचालन को खतरे में डालने नहीं देगा।
अमेरिका ने बनाई थी नहर
उन्होंने कहा, ‘इसके लिए अमेरिका और पनामा ने हालिया हफ्तों में अपनी रक्षा और सुरक्षा सहयोग को मजबूत बनाने की दिशा में बहुत ज्यादा काम किया है।’ अमेरिकी रक्षा मंत्री ने कहा, ‘चीनी कंपनियां नहर क्षेत्र में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे पर अपना नियंत्रण बनाए हुए हैं। इससे चीन को पनामा में निगरानी गतिविधियों का मौका मिलता है। इस कारण पनामा और अमेरिका कम सुरक्षित, कम समृद्ध और कम संप्रभु रह जाते हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस ओर ध्यान दिलाया है। यह स्थिति स्वीकार्य नहीं है।’
बता दें कि करीब एक सदी पहले अमेरिका ने पनामा नहर का निर्माण किया था। उसने 1999 में इसका संपूर्ण संचालन पनामा को सौंप दिया था। ट्रंप कह चुके हैं कि वह इस पर अमेरिका का फिर से नियंत्रण चाहते हैं।
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