अमेरिका और उत्तर कोरिया में तनाव के बीच कोरोना वायरस से निपटने के लिए ट्रंप प्रशासन ने मदद की पेशकश की है। अमेरिकी मदद का यह आग्रह ऐसे समय आया है, जब उत्तर कोरिया ने अमेरिकी नागरिकों के लिए देश में सभी यात्रा पर प्रतिबंध लगा रखा है। इसके साथ परमाणु कार्यक्रम को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर है।
विदेश विभाग के प्रवक्ता मॉर्गन ऑर्टगस ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका उत्तर कोरिया में कोरोना वायरस के प्रसार पर गहरी चिंता व्यक्त करता है। यह वायरस चीन के मार्फत उत्तर कोरिया में पहुंचा है। ऑर्टागस ने कहा कि अमेरिका ने उत्तर कोरिया में वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सहायता समूहों के प्रयासों का समर्थन करता है। उन्होंने अपने एक एक बयान में कहा अमेरिका इन संगठनों की सहायता एंव सुविधा के लिए तत्पर है।
उधर, उत्तर कोरियाई तानाशाह किम जोंग उन ने चीन से लौटने वाले सभी लोगों के लिए कड़े नियम बनाए हैं। ऐसे लोगों को निगरानी केंद्रों में रखा जा रहा है। ऐसे लोगों को सार्वजनिक स्थलों पर जाने से रोका गया है। खबरों के अनुसार कोरोना वायरस के संदिग्ध व्यक्ति ने सख्त नियमों का उल्लंघन किया था। इसलिए उसे जान गंवानी पड़ी। उत्तर कोरिया ने चीन से आने वाले विमान और ट्रेन पर रोक लगा दी है। इसके अतिरिक्त यहां आने वाले प्रत्येक विदेशी को एक हफ्ते तक आइसोलेशन वार्ड में रहना आवश्यक है। खबरों के अनुसार चीन में कोरोना वायरस से 1,367 लोगों की मौत हो चुकी है और 59804 संक्रमण के मामले सामने आए हैं।