समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर एक बार फिर से निशाना साधा है। उन्होंने राज्य सरकार को सलाह दी कि राज भवन का नाम बदल कर ‘सेवा-भवन’ कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक निर्माण पूरा न हो जाए तब तक लखनऊ विकास प्राधिकरण या कोई अन्य उत्तरदायी विभाग, इस बदलाव-निर्माण का नक्शा जनता के दर्शानार्थ, जहां निर्माण हो रहा है उसी के पास में ही प्रदर्शित करे।
हर निर्माण वैध होना चाहिएः अखिलेश यादव
बता दें कि सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा, ” आशा है राजभवन के नव निर्माण का नक़्शा सभी मानकों के साथ पहले से ही पास करवा कर ही निर्माण शुरू करवाया गया होगा। जब तक निर्माण पूरा न हो जाए तब तक लखनऊ विकास प्राधिकरण या कोई अन्य उत्तरदायी विभाग, इस बदलाव-निर्माण का नक़्शा जनता के दर्शानार्थ, जहाँ निर्माण हो रहा है, उसी के पास में ही प्रदर्शित करे। जिससे जनता को ये प्रेरणा मिले कि हर निर्माण वैध होना चाहिए।”
आशा है राजभवन के नव निर्माण का नक़्शा सभी मानकों के साथ पहले से ही पास करवा कर ही निर्माण शुरू करवाया गया होगा। जब तक निर्माण पूरा न हो जाए तब तक लखनऊ विकास प्राधिकरण या कोई अन्य उत्तरदायी विभाग, इस बदलाव-निर्माण का नक़्शा जनता के दर्शानार्थ, जहाँ निर्माण हो रहा है,
‘नाम बदलनेवाली सरकार को एक सुझाव ये भी है…’
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि ”जब बदलाव हो ही रहा है तो नाम बदलनेवाली सरकार को एक सुझाव ये भी है कि अंग्रेजों की औपनिवेशिक मानसिकता वाले राजतंत्रीय शब्द ‘राज’ के स्थान पर लोकतंत्रीय शब्द ‘सेवा’ कर दें मतलब ‘राजभवन’ की जगह ‘सेवा-भवन’।”
समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक विधायक को थप्पड़ मारे जाने की घटना का जिक्र करते हुए सोमवार को आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ दल के लोग अपनी मर्जी से काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि क्या प्रशासन को मामले का स्वत: संज्ञान लेकर कार्रवाई नहीं करनी चाहिए थी।
लखनऊ में नौ अक्टूबर को नगरीय सहकारी बैंक (यूसीबी) के चुनाव के दौरान बैंक मुख्यालय में भाजपा विधायक योगेश वर्मा को एक वकील ने कथित तौर पर थप्पड़ मारा था। वर्मा और नगर सहकारी बैंक की पूर्व अध्यक्ष के पति वरिष्ठ अधिवक्ता अवधेश सिंह के बीच चुनाव में नियमों की अनदेखी करने के आरोपों को लेकर हाथापाई हुई थी।