उन्नाव में डबल डेकर बस और कन्टेनर दुर्घटना में हुई कई मौत के मौत पर यूपी सरकार के परिवहन मंत्री दया शंकर सिंह ने दुख जताया है। उन्होंने कहा है कि दुर्घटना बहुत ही दुःखद है इसमें 18 लोगों की मौत हुई है। इस गाड़ी का फिटनेश नहीं था, परमिट फेल हो चुका था, पाॉलुशन फेल था फिर भी ये गाड़ी चल रही थी। कई बार चालान होने के बाद भी चल रही थी। इसका मालिक अवैध गाडी चलाने के लिए हैविचूअल हो गया है इसलिए इस बार ड्राइवर ही नहीं मालिक पर भी कार्रवाई हो रही है। मालिक के ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है।
संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी किया गया है
दयाशंकर सिंह ने कहा कि दुर्घटनाग्रस्त गाडी महोबा से रजिस्टर्ड कराई गई है। ये बिहार से दिल्ली जाती थी और भोर में ये लोग चलाते थे जब अधिकारी रोड पर नहीं रहते थे। जिस जिले से ये गाडी क्रास कि है उस जिले के सभी अधिकारियों को हमने शो काज नोटिस जारी किया है कि जबाब दें कि ये गाडी कब से चल रही थी। टोल टेक्स से कैमरे कि रिकार्डिंग भी मंगायी गई है कि ये गाडी कब कब क्रास कि है। यदि ये गाडी बार बार चली है तो हम उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई करेंगे और जहाँ से रजिस्टर्ड हुई है उसको भी देखेंगे और कार्रवाई करेंगे। ये लोग टूरिस्ट की परमिट लेते हैं और ऐसे चलाते है इसको भी देखेंगे और कार्रवाई करेंगे।
बस और टैंकर के बीच हुई थी भिड़ंत
यह हादसा उन्नाव के थाना बेहटा मुजावर क्षेत्र के तहत आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे पर किलोमीटर संख्या-247 पर हुआ। इसमें डबल डेकर बस संख्या-UP 95 T 4720 ने पीछे से दूध से भरे टैंकर सं0 UP70 CT 3999 में टक्कर मार दी, जिसमें 18 लोगों की मृत्यु होने की सूचना मिली है। वहीं, 20 से ज्यादा घायल होने की जानकारी है। घटना की सूचना पर थाना बेहटा मुजावर पुलिस द्वारा तत्काल मौके पर पहुंचकर सभी घायलों को बाहर निकाल कर उपचार हेतु सीएचसी बांगरमऊ में भर्ती करवाया गया। हादसे की सूचना पर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है प्रशासनः PM मोदी
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) की ओर से सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी एक पोस्ट में मोदी ने कहा, ‘‘उत्तर प्रदेश के उन्नाव में हुई सड़क दुर्घटना अत्यंत पीड़ादायक है। इसमें जिन लोगों ने अपनों को खोया है, उनके प्रति मेरी संवेदनाएं। ईश्वर उन्हें इस कठिन समय में संबल प्रदान करे।” घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है।”