बरेली गोलीकांड में पुलिस की कार्रवाई जारी है। पुलिस ने शनिवार की रात मुठभेड़ में आरोपी केपी यादव और सुभाष लोधी को गिरफ्तार कर लिया। रिठौरा का सभासद केपी यादव हिस्ट्रीशीटर है। उस पर 14 मुकदमे दर्ज हैं।
बरेली के पीलीभीत बाइपास पर 22 जून को हुए गोलीकांड के आरोपी हिस्ट्रीशीटर केपी यादव व सीबीगंज क्षेत्र के बदमाश सुभाष लोधी को शनिवार रात मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। दोनों बदमाशों के पैर में गोली लगी है। उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
केपी यादव रिठौरा का तो सुभाष लोधी सीबीगंज के अटरिंया गांव का रहने वाला है। एसपी सिटी राहुल भाटी के मुताबिक पुलिस को सूचना मिली कि दो बदमाश कार से विलयधाम के पास से लदपुरा मार्ग की ओर जा रहे हैं। पुलिस ने पीछा किया तो बिना नंबर की कार में सवार इन लोगों ने पुलिस की गाड़ी में टक्कर मार दी।
इसके बाद मौके से भागने की कोशिश की। पुलिस ने घेराबंदी की तो ये फायरिंग करने लगे। जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली दोनों के पैर में लगी और वे वहीं गिर गए। तब उन्हें हिरासत में ले लिया गया। दोनों आरोपियों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। उनसे घटना को लेकर पूछताछ भी की जा रही है।
चंदौसी में फरारी काट रहा था केपी
रिठौरा का सभासद व हिस्ट्रीशीटर केपी यादव संभल जिले के चंदौसी में एक रिश्तेदार के यहां शरण लेकर वक्त काट रहा था। चर्चा है कि बरेली पुलिस ने मुखबिरों के दम पर इस कार्रवाई को अंजाम दिया। केपी को शरण देने वालों पर भी पुलिस कार्रवाई कर सकती है।
बताया जा रहा है केपी और सुभाष लोधी दोनों ही अपने गुर्गों और रिश्तेदारों के संपर्क में थे। दोनों इंटरनेट कॉल के जरिये अपने लोगों से बातचीत कर रहे थे। एक करीबी रिश्तेदार ने केपी को अपने यहां शरण दे रखी थी। केपी ने अपने कारनामों से कई दुश्मन बना लिए हैं।
वहीं, कुछ दोस्त भी उसकी स्टाइल से जलन रखते हैं। इन्हीं में से किसी ने पुलिस को उसके बारे में सटीक सूचना दे दी। चर्चा है कि बरेली पुलिस ने चंदौसी पुलिस से समन्वय कर केपी को धर दबोचा और उसे यहां ले आई। अब पुलिस केपी व गोलीकांड के आरोपियों को शरण देने वालों पर कानूनी कार्रवाई कर सकती है।