लू से ताज में आठ सैलानियों की हालत बिगड़ गई। गर्मी से ताज देखते हुए बेहोश हो गए। सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
उत्तर प्रदेश के आगरा में ताजमहल के दीदार के लिए आए पर्यटक भीषण गर्मी और लू का शिकार बन गए। वाराणसी से आए अनिल मिश्रा ताजमहल के पश्चिमी गेट पर गश खाकर गिर गए। उनकी तबीयत बिगड़ी तो उन्हें कर्मचारियों ने ओआरएस का पाउडर देने के बाद डिस्पेंसरी पहुंचाया।
उनकी तरह कोयंबटूर से नंदिनी, धारवाड़ से कृष्णास्वामी, वाराणसी से अनिल श्रीवास्तव, पानीपत से धर्मपाल की तबीयत खराब हो गई। हुबली के चंद्रकांथ पी को तबीयत खराब होने पर ताजमहल की डिसपेंसरी से शांति मांगलिक अस्पताल ले जाया गया, जबकि धारवाड़ के मदिवालप्पा शिद्वाप्पा को शांति मांगलिक अस्पताल से इलाज के लिए एसएन मेडिकल कॉलेज भेजा गया।
डिस्पेंसरी में नहीं स्ट्रेचर का इंतजाम
ताजमहल की पूर्वी गेट स्थित शिल्पग्राम में बनी डिस्पेंसरी में सिर्फ कुर्सियां हैं, जहां ताजमहल में लू के कारण गश खाकर गिरने वाले पर्यटकों को लाया जाता है। यहां स्ट्रेचर है, न कोई बेड। जो पर्यटक गर्मी और लू से परेशान होकर आते हैं, वह कुर्सियों पर ही बैठते हैं। पानीपत से आए धर्मपाल सिंह ने कहा कि उन्हें आराम के लिए कुर्सी पर ही बैठा दिया गया, जबकि वह बेड पर आराम करना चाहते थे। यहां कुर्सियों की जगह बेड की व्यवस्था की जाए।
गर्मी से भूख हुई गायब, पेट में हो रहा दर्द
भीषण गर्मी और पारा 47 डिग्री के पास पहुंचने के कारण एस एन मेडिकल कॉलेज की ओपीडी के साथ निजी चिकित्सकों के नर्सिंग होम और क्लीनिकों पर मरीजों की भीड़ है। इनमें ज्यादातर को भूख न लगने, पेट में दर्द की शिकायत मिल रही है। सुबह नाश्ते के बाद दोपहर में खाना न खाने और पेट दर्द की शिकायतें बताई जा रही हैं।
मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन विभाग में सबसे ज्यादा मरीज पेट दर्द और लू के कारण भूख न लगने के मामलों के आए। चिकित्सकों ने भरपूर पानी पीने, नारियल पानी, छाछ और लस्सी पीने के साथ खीरा, ककड़ी, खरबूजा खाने की सलाह दी है।