लखीमपुर खीरी जनपद में बिजली चोरी की बड़ी समस्या है। बिजली चोरी रोकने और उपभोक्ताओं को 24 घंटे आपूर्ति देने के लिए शासन ने प्रीपेड मीटर लगाने की योजना लागू की है। इसके तहत पहले शहर के करीब 65 हजार उपभोक्ताओं के घर प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे।
लखीमपुर खीरी में रीवैंप योजना के तहत शहर के करीब 65 हजार उपभोक्ताओं के घर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाने हैं। सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे का काम पूरा होने के बाद शहर में प्रीपेड मीटर लगाए जाने का काम शुरू हो जाएगा। प्रीपेड मीटर को मोबाइल की तरह रिचार्ज करना होगा, तभी बिजली मिलेगी।
जनपद में बिजली चोरी की बड़ी समस्या है। अंधाधुंध बिजली चोरी होने की वजह से लोड बढ़ता है, जो फॉल्ट और लो-वोल्टेज का कारण बनती है। बिजली चोरी रोकने और उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली मुहैया कराने के लिए शासन ने प्रीपेड मीटर लगाने की योजना तैयार की है।
निजी कंपनी कर रही सर्वे
शहर में प्रीपेड मीटर लगाने के लिए सर्वे का काम पहले रोक दिया गया था। अब फिर से सर्वे शुरू हो चुका है। विकास भवन, रोडवेज, कलक्ट्रेट आदि कई फीडरों का सर्वे लगभग पूरा हो चुका है। शेष फीडरों का सर्वे जारी है, जो एक दो माह में पूरा किया जाना है। सर्वे के लिए एक निजी कंपनी को लगाया गया है, जिनकी टीमें सर्वे का काम कर रही है।
सर्वे का काम पूरा होने के बाद घरों में पुराने मीटर हटाकर नए प्रीपेड मीटर लगाए जाएंगे। यह मीटर रिचार्ज करने पर ही चलेगा। जब तक प्रीपेड में रिचार्ज होगा, तब तक बिजली चलेगी।
शहर के बाद गांव में लगेंगे प्रीपेड मीटर
शहर में प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाए जाने के बाद देहात क्षेत्र में सर्वे कराया जाएगा। फीडरवार सर्वे कराया जाएगा। जैसे-जैसे सर्वे का काम पूरा होता जाएगा वैसे-वैसे प्रीपेड मीटर लगाए जाने का काम किया जाएगा।
दो सर्किल में छह डिवीजन में बंटा है जिला
लखीमपुर जनपद में दो सर्किल गोला और लखीमपुर है। प्रत्येक सर्किल में तीन-तीन डिवीजन है। लखीमपुर सर्किल की बात करें तो लखीमपुर, मितौली और निघासन डिवीजन है। जबकि गोला सर्किल में पलिया, गोला और मोहम्मदी डिविजन है। सर्किल में अधीक्षण अभियंता बैठते हैं, जबकि डिविजन में अधिशासी अभियंता बैठते हैं।
लखीमपुर डिवीजन के अधिशासी अभियंता शैलेंद्र सिंह ने बताया कि शहर में करीब 65 हजार उपभोक्ताओं के घर में प्रीपेड मीटर लगाए जाने हैं, जिसका सर्वे कराया जा रहा है। सर्वे का काम पूरा होते ही मीटर लगाने का काम शुरू होगा। प्रीपेड मीटर लगाने पर बिजली चोरी पर शत-प्रतिशत लगाम लग जाएगा।