काशी विश्वनाथ धाम में इन दिनों भक्तों की लंबी कतार लग रही है। वहीं भक्तों को राहत देने के लिए मंदिर परिसर में जर्मन हैंगर और मैट की व्यवस्था की गई है। वहीं भीड़ और धूप को देखते हुए मंदिर की ओर से श्रद्धालुओं को नियमित रूप से ओआरएस का घोल पिलाया जा रहा है।
श्री काशी विश्वनाथ धाम में रविवार को श्रद्धालुओं की भीड़ रही। मंगला आरती से देर रात तक आरती में साढ़े चार लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने दर्शन पूजन किया। भीड़ और धूप को देखते हुए मंदिर की ओर से श्रद्धालुओं को नियमित रूप से ओआरएस का घोल पिलाया जा रहा है। रविवार को सेवादारों ने 1734 ग्लास ओआरएस पिलाया।
रविवार को मंगला आरती के बाद ही श्रद्धालुओं की कतार बाबा के धाम में लग गई। गोदौलिया से बांसफाटक तक श्रद्धालु धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे। स्थानीय दुकानदारों ने बताया कि तेज धूप के कारण दोपहर में कुछ श्रद्धालु अचेत हो गए थे। उनको पानी पिलाकर होश में लाया गया।
इंस्पेक्टर चौक विमल मिश्रा ने बताया कि स्थानीय दुकानदारों की सूचना के आधार पर क्षेत्र में पुलिस टीम भेजी गई थी। मगर कोई गंभीर अवस्था में श्रद्धालु नहीं मिला। मंदिर प्रशासन का कहना था कि उन्होंने भी श्रद्धालुओं के अचेत होने की सूचना पर जांच कराई थी, लेकिन कोई भी श्रद्धालु ऐसा नहीं मिला।
मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्वभूषण मिश्र ने बताया कि दो दिन से धाम के सेवादार श्रद्धालुओं को पानी और ओआरएस पिला रहे हैं। छोटे बच्चों को तो अनिवार्य रूप से ओआरएस दिया जा रहा है। छह अप्रैल को 983 ग्लास ओआरएस श्रद्धालुओं को पिलाया गया। सात अप्रैल को 1734 श्रद्धालुओं को ओआरएस पिलाया गया है।