पेपर लीक के मास्टरमाइंड रवि अत्री ने चिकित्सक को पांच लाख का लालच दिया था। इसके बाद चिकित्सक ने अपने एक साथी के साथ मिलकर पेपर लीक की योजना तैयार की थी। शनिवार को पुलिस ने आरोपी चिकित्सक को जेल भेज दिया। वहीं पुलिस पेपर लीक से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में लगी हुई है।
एसटीएफ मेरठ ने पेपर लीक मामले में चिकित्सक डॉ. शुभम मंडल को देर रात गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। पेपर लीक के मास्टरमाइंड रवि अत्री ने चिकित्सक को पांच लाख का लालच दिया था। इसके बाद चिकित्सक ने अपने एक साथी के साथ मिलकर पेपर लीक की योजना तैयार की थी। शनिवार को पुलिस ने आरोपी चिकित्सक को जेल भेज दिया। वहीं पुलिस पेपर लीक से जुड़े अन्य आरोपियों की तलाश में लगी हुई है।
एसटीएफ प्रभारी बृजेश सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती बोर्ड परीक्षा के पेपर को लीक करने की जिम्मेदारी डॉ. शुभम मंडल पुत्र सुशील कुमार मंडल निवासी आदर्श कॉलोनी थाना खगोल जनपद पटना बिहार व मास्टरमाइंड रवि अत्री ने ली थी। आरोपी चिकित्सक ने एमबीबीएस की पढ़ाई कर रखी है।आरोपी चिकित्सक वर्तमान में पटना के बरारी जनपद कटिहार में संविदा के पद पर तैनात है। चिकित्सक ने अपने बचपन के दोस्त बिट्टू को भी पेपर लीक के लिए योजना में शामिल कर लिया था।
बिट्टू ने भी पटना मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई की है। पेपर लीक से कुछ दिन पहले आरोपी रवि अत्री ने चिकित्सक को फोन कर यूपी पुलिस का पेपर लीक करने की बात कही थी। इसके बाद आरोपी ने पेपर लीक के बदले चिकित्सक वह उसके साथियों को पांच लाख रुपए देने का ऑफर दिया था। मास्टरमाइंड रवि की बात सुनकर चिकित्सक ने अपने साथी बिट्टू को भी पेपर लीक करने के लिए तैयार कर लिया था।
आरोपी शिवम गिरी व रोहित पांडे ने चिकित्सक के साथ मिलकर पेपर की फोटो खींच ली थी। मोबाइल से फोटो खींचने के बाद आरोपी चिकित्सक फ्लाइट पकड़कर वापस पटना आ गया था। वही शिवम व रोहित अहमदाबाद के एक होटल में रुक गए थे। शुक्रवार को पुलिस ने आरोपी चिकित्सक को गाजियाबाद से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस को आरोपी के पास से दो मोबाइल बरामद हुए। जिसमें पुलिस को पेपर लीक से संबंधित महत्वपूर्ण सुराग मिले। कंकरखेड़ा पुलिस ने शनिवार को आरोपी को जेल भेज दिया।
आरोपी चिकित्सक व उसका साथी पूर्व में जा चुके जेल
पुलिस पूछताछ में पता चला कि आरोपी चिकित्सक डॉक्टर शुभम मंडल व उसका साथी बिट्टू पूर्व में भी नीट की परीक्षा लीक करने के मामले में बिहार से जेल जा चुके हैं। दोनों आरोपीय पर 2017 में पेपर लीक करने का मुकदमा बिहार में दर्ज है। चिकित्सक व उसके साथी बिट्टू ने पांच लाख के लालच में पेपर लीक की घटना को अंजाम दिया था। एसटीएफ की टीम फरार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है।
अन्य पेपर लीक करने की थी तैयारी
पुलिस पूछताछ में आरोपी चिकित्सक ने बताया कि यूपी पुलिस का पेपर लीक करने के बाद मास्टरमाइंड रवि अत्री को सूचना दी गई थी। जिसके बाद मास्टरमाइंड रवि अत्री ने दो अन्य पेपर लीक करने के लिए चिकित्सक से कहा था। रवि ने पेपर लीक करने के बदले चिकित्सक व उसके साथियों को मोटी रकम देने का वादा किया था। लेकिन पूछताछ में आरोपी ने बताया कि पेपर लीक के बावजूद भी उन्हें पूरे पैसे नहीं मिले।
पेपर लीक करने के लिए नई सिम व मोबाइल खरीदे थे
पुलिस पूछताछ में आरोपी चिकित्सक ने बताया कि मास्टरमाइंड रवि अत्री ने पेपर लीक करने के लिए फर्जी आईडी पर मोबाइल व सिम ख़रीदे थे। आरोपी रवि ने लगभग एक दर्जन से अधिक फर्जी सिम ख़रीदे थे। फर्जी सिम व मोबाइल के आधार पर ही उन्होंने पेपर लीक करने की पूरी तैयारी की थी। मामले की जानकारी होने के बाद पुलिसफर्जी सिम बेचने वाले आरोपियों की तलाश में भी जुट गई है।