देश के साथ उत्तर प्रदेश में बड़े स्तर पर पांच पसार चुकी कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर के बीच पंचायत चुनाव तो निपट गए, लेकिन अब सरकार इसे लेकर चिंतित है। अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हर गांव में कोरोना वायरस संक्रमण जांच का विशेष अभियान शुरू कराने के साथ ही पंचायत चुनाव में ड्यूटी करने वाले सभी कार्मिकों की कोरोना जांच कराने का निर्देश दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रदेश भर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में हालात की समीक्षा की। उन्होंने कहा पंचायत चुनाव में सेवा देने वाले सभी कार्मिकों की टेस्टिंग आवश्यक रूप से की जाए। सभी पुलिस लाइन्स, पीएसी वाहिनी और पुलिस ट्रेनिंग स्कूल आदि में कोविड केयर सेंटर स्थापित करते हुए कोविड जांच व उपचार की व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने कहा कि फील्ड में तैनात अधिकारी निरंतर सजग व सतर्क रहकर अपनी भूमिकाओं का निर्वहन करें।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना के इस कालखंड में जरा सी लापरवाही बड़े खतरे का कारण बन सकती है। इसके अलावा कोविड-19 संबंधी किसी भी काम को लेकर शिथिलता या लापरवाही पाए जाने पर संबंधित की जवाबदेही तय की जाएगी। जिलाधिकारी व मुख्य चिकित्सा अधिकारी जनप्रतिनिधियों और प्रबुद्धजनों से बातचीत कर समन्वय बनाते हुए काम करें।
नॉन कोविड गंभीर मरीजों के लिए डेडिकेटेड अस्पताल: इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने निर्देशित किया कि कोविड व नॉन कोविड मरीजों के लिए टेलीकंसल्टेंसी की व्यवस्थाएं रहें। नॉन कोविड मरीजों के इलाज के लिए हर जिले में एक डेडिकेटेड अस्पताल चलाया जाए, जहां गंभीर रोगों के इलाज की उच्चस्तरीय सुविधा उपलब्ध रहे। उन्होंने कहा कि नॉन कोविड मरीजों को टेलीकंसल्टेंसी के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श देने के लिए डाक्टरों का पैनल गठित किया जाए। साथ ही महिलाओं और बच्चों के इलाज के लिए हर जिले में जिला महिला चिकित्सालय व्यवस्थित ढंग से चलें।
19 जिलों के डीएम से ली रिपोर्ट: मुख्यमंत्री ने गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, वाराणसी, रायबरेली, मीरजापुर, आगरा, गाजीपुर, मेरठ, बरेली, फीरोजाबाद, गोरखपुर, कानपुर नगर, सुल्तानपुर, लखनऊ, प्रयागराज, मुजफ्फरनगर, अलीगढ़, मुरादाबाद और झांसी के जिलाधिकारियों से बात की। उनके जिलों में कोविड-19 की स्थिति, प्रबंधन, बचाव व इलाज के संबंध में जानकारी लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।