उत्तर प्रदेश में मौसम अब किसानों के लिए दिक्कतें खड़ी करेगा। राज्य में अब शीतलहरी के साथ पाला भी पड़ेगा। आंचलिक मौसम विज्ञान केन्द्र ने इस बारे में चेतावनी जारी की है। बीते चौबीस घण्टों के दौरान यानी शुक्रवार की रात चुर्क और कानपुर सबसे ठंडे रहे। इन दोनों स्थानों पर रात का तापमान क्रमश: 2-2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। राजनधानी लखनऊ में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री तक लुढ़क गया। रविवार को पूर्वी और पश्चिमी अंचलों में कहीं बहुत घना और कहीं घना कोहरा छाया रहा। मौसम विभाग का अनुमान है कि राज्य के कुछ स्थानों पर दिन में धूप नहीं निकलेगी। कुछ स्थानों पर शीतलहर का प्रकोप रहेगा, कहीं-कहीं पाला भी पड़ सकता है।
बीते चौबीस घंटों के दौरान पूर्वी व पश्चिमी अंचलों में शीतलहरी का प्रकोप बना रहा। झांसी मण्डल में दिन के तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गयी। सामान्यत: राज्य में दिन का तापमान औसतन सामान्य से पांच डिग्री कम दर्ज हुआ। शुक्रवार की रात वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, बरेली, आगरा, अयोध्या, झांसी व मेरठ मण्डलों पारे में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की गयी। इन स्थानों पर रात का तापमान औसतन 1.5 डिग्री से लेकर 3 डिग्री सेल्सियस तक कम दर्ज किया गया। राजधानी लखनऊ और आसपास के इलाकों में रविवार को शीतलहर का असर बना रहेगा। दिन का तापमान 14 डिग्री सेल्सियस और रात का 4 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने के आसार हैं।
40% बढ़ गए स्वांस रोगी
सर्दी के सितम से फेफड़े के रोगियों की सांसें फूल रही हैं। अस्पतालों की इमरजेंसी में रेस्पीरेटरी अटैक पीड़ित मरीज बड़ी संख्या में भर्ती हो रहे हैं। लखनऊ के सरकारी अस्पतालों की ओपीडी में करीब 40 फीसदी तक मरीज बढ़े हैं। वहीं, दिल के मरीजों की संख्या में 45 फीसदी का इजाफा हुआ है।
बच्चों पर हाईपोथर्मिया का खतरा
रिकॉर्ड तोड़ ठंड से नवजात और छोटे बच्चों पर हाईपोथर्मिया यानी ठंडे बुखार का खतरा बढ़ गया है। बच्चों की त्वचा पतली होने के चलते उनमें ब्राउन फैट (वसा) कम होती है, ऐसे में ठंडा वातावरण और सर्द हवाएं उन्हें तेजी से गिरफ्त में ले सकती हैं। बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. सलमान खान के मुताबिकशिशु को दो से तीन लेयर तक कपड़े पहनाने चाहिए। शिशु का सिर, हाथ और पैर पूरी तरह ढका हो और उसे नहलाने से बचें।
‘विंटर डिप्रेशन’ का भी अटैक बढ़ा
मुरादाबाद। अत्यधिक ठंड में मानसिक अवसाद से पीड़ित मरीज बढ़ गए हैं। डॉक्टरों के पास पिछले पांच दिनों में ऐसे मरीजों की कॉल एकाएक बढ़ी हैं। जिसमें वह अवसाद के लक्षण बताकर दवा मांग रहे हैं। ठंड अधिक होने से फिजिकल रूप में पहुंच नहीं पाने की बेबसी भी जता रहे हैं। मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. नीरज गुप्ता ने बताया कि अत्यधिक ठंड और धूप नहीं निकलने के चलते कई मरीजों में अवसाद के लक्षण मिले हैं। ऐसे लोगों में मन उदास रहना, किसी काम में मन न लगना, थका और ऊर्जाहीन महसूस करना, अधिक नींद आना, हर समय सोने का मन करना जैसे लक्षण दिखते हैं।
कानपुर और आसपास ठंड से 34 लोगों की मौत
कानपुर की सर्दी ने कुल्लू, मनाली, शिमला और मसूरी की सर्दी को भी पीछे छोड़ दिया है। भीषण ठंड के असर से कानपुर और आसपास के जिलों में 34 लोगों की हार्टअटैक व ब्रेन स्ट्रोक से जान चली गई। कानपुर में हार्ट अटैक से 14 तो ब्रेन स्ट्रोक से चार मरीजों ने दम तोड़ दिया। वहीं, फतेहपुर में पांच, बांदा में चार, कानपुर देहात में 3, हमीरपुर, चित्रकूट, उन्नाव और औरैया में एक-एक की जान चली गई। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि इस सीजन में सर्दी लंबी चलेगी। जनवरी भर तो अच्छी सर्दी रहेगी, फरवरी में भी अच्छी सर्दी पड़ेगी। शीतलहर जनवरी में अभी कई राउंड आएगी। पश्चिमी विक्षोभ आने की फिर शुरुआत हो गई है। इसका असर 24 से 48 घंटे के बीच पड़ेगा। इससे तापमान में मामूली वृद्धि होगी। इसके बाद फिर तेज सर्दी पड़ने लगेगी।