उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मुख्य चौराहे हजरतगंज को अब अटल चौक के नाम से जाना जाएगा. यह घोषणा शहर की महापौर संयुक्त भाटिया ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रथम पुण्यतिथि पर की.
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में महापौर ने कहा कि इस चौराहे का नाम पहले से ही अटल चौक रखे जाने का प्रस्ताव था. लिहाजा आज अटल बिहारी वाजपेयी की पुण्यतिथि के मौके पर इस चौक का नाम अटल चौक रखा जा रहा है.
उन्होंने कहा कि इससे आने वाली पीढ़ी अटल बिहारी वाजपेयी के व्यवहार और कर्तव्यों के बारे में जान सकेगी और उनके विचारों से प्रेरणा ले सकेगी. एक डिग्री कॉलेज का भी नाम बदलकर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम किया गया है.
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की पहली पुण्यतिथि पर शुक्रवार को लोकभवन में भी श्रद्धांजलि कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित समेत कई बड़े नेता शामिल हुए. मुख्यमंत्री योगी ने 25 दिसंबर को लोकभवन में अटल बिहारी वाजपेयी की 25 फुट की प्रतिमा का लोकार्पण करने की भी घोषणा की.
शुक्रवार को यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देते हुए उन्हें याद किया. उन्होंने कहा कि आज भी सभी की जुबां पर अटल बिहारी वाजपेयी का ही नाम है. हर किसी के मन में उनके लिए सम्मान है. अटल जी की नजर में कोई भी व्यक्ति छोटा बड़ा नहीं था. वो सदैव कहते थे कि मैं मरने से नहीं डरता हूं, बदनामी से डरता हूं.
सीएम योगी ने कहा कि अटल जी के विचार प्रेरणा के स्रोत हैं. उन्होंने राजनीति में पारदर्शिता लाने का काम किया है. उन्होंने अखंड भारत का सपना देखा था. अनुच्छेद 370 हटाकर मोदी सरकार ने उनको श्रद्धांजलि दी है. इसके अलावा सीएम योगी ने वाजपेयी के नाम पर 18 आवासीय स्कूल श्रमिकों के बच्चों के लिए खोले जाने की घोषणा भी की.