केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज देश की गिनती विश्व के ताकतवर देशों में होती है। आज विज्ञान के क्षेत्र में देश को अभूतपूर्व पहचान मिली है।
लैंसडौन में स्थापित रडार उत्तराखंड के कई जनपदों के मौसम की निगरानी के लिए मील का पत्थर साबित होगा। इससे मौसम और आपदाओं से संबंधित सटीक जानकारी मिल सकेगी। यह बात केंद्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को लैंसडौन में मौसम विभाग की ओर से स्थापित डॉप्लर मौसम रडार का लोकार्पण करते हुए कही।
टिप इन टॉप स्थित मौसम विभाग के नवनिर्मित कार्यालय परिसर में इस कार्यक्रम का आयोजन केंद्रीय मौसम विभाग दिल्ली व देहरादून की ओर से किया गया। रिजिजू ने कहा कि लैंसडौन का डॉप्लर रडार आपदाओं के पूर्व अनुमान की सटीक जानकारी देगा। जिससे आपदा पर प्रभावी नियंत्रण किया जा सकेगा। उन्होंने कहा कि देश ने विज्ञान के क्षेत्र में विश्व में विशिष्ट पहचान बनाई है। आज देश की गिनती विश्व के ताकतवर देशों में होती है।
क्षमता 100 किमी. एयर डिस्टेंस
इस मौके पर गढ़वाल सांसद एवं पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने लैंसडौन में स्थापित रडार को महत्वपूर्ण एवं उपयोगी बताया। मौसम विभाग के केंद्रीय महानिदेशक मृत्युंजय मोहपात्रा ने बताया कि उत्तराखंड में यह तीसरा डॉप्लर रडार लगा है। देशभर में अब तक 40 डॉप्लर रडार स्थापित कर लिए गए हैं। लैंसडौन के इस डॉप्लर रडार की क्षमता 100 किमी. एयर डिस्टेंस की है। जिससे बारिश, बादलों की गति की तत्काल जानकारी मिल सकेगी। इस मौके पर आपदा सचिव डा़ रंजीत सिन्हा, मौसम विभाग देहरादून के निदेशक विक्रम सिंह रावत, क्षेत्रीय निदेशक चरणजीत सिंह, गढ़वाल राइफल्स के कमांडेंट ब्रिगेडियर वीएम चौधरी, उपजिलाधिकारी शालिनी मौर्य, पुलिस क्षेत्राधिकारी विभव सैनी आदि मौजूद रहे।
रिजिजू ने पूर्व सीएम के साथ की 10 किमी ट्रैकिंग
लैंसडौन की प्राकृतिक छटा और वातावरण देख केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू अभिभूत हो उठे। कार्यक्रम के बाद उन्होंने गढ़वाल सांसद व पूर्व सीएम तीरथ सिंह रावत व अन्य सहयोगियों के साथ लैंसडौन की 10 किमी की ट्रैकिंग की। उन्होंने लैंसडौन के सौंदर्य को शानदार बताया। इस दौरान उन्होंने टिप इन टॉप, केंद्रीय विद्यालय, भुल्ला ताल की दूरी पैदल ही तय की। उनके साथ एसडीएम शालिनी मौर्य, भाजपा की मंडल अध्यक्ष सुलेखा गौड़ आदि मौजूद रहे।