नर्सिंग, केयर गीवर जॉब के बाद अब उत्तराखंड के आईटीआई, पॉलिटेक्निक डिप्लोमा व डिग्रीधारक युवा जर्मनी में नौकरी करके लाखों रुपये कमाएंगे। मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन एवं वैश्विक रोजगार योजना के तहत सेवायोजन विभाग ने आवेदन मांगे हैं। पहली बार इंजीनियरिंग छात्रों को सरकार विदेश में नौकरी का मौका दे रही है।
जिन युवाओं के पास ऑटोमोबाइल, मैकेनिकल, इलेक्टि्रकल याा मेक्ट्रॉनिक्स में डिग्री या डिप्लोमा है, वे इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके अलावा इलेक्टि्रकल, मोटर मैकेनिक याा ऑटोमोबाइल में दो वर्षीय आईटीआई कोर्स करने वाले युवा भी जर्मनी जा सकते हैं। इन सभी को पैसेंजर कारों में तीन साल या व्यावसायिक वाहनों में दो साल का अनुभव होना जरूरी है। साथ ही जर्मन भाषा सीखनी होगी, जो विभाग सिखाएगा। जर्मन जाने वाले युवाओं को 2800 यूरो प्रतिमाह (2,50,000 रुपये) वेतन मिलेगा।
राज्य सरकार निशुल्क कराएगी प्रशिक्षण
राज्य का सेवायोजन एवं कौशल विकास विभाग इन युवाओं को निशुल्क जर्मन भाषा का प्रशिक्षण देगा। प्रशिक्षण के लिए निशुल्क रहने और खाने की व्यवस्था होगी। फ्री वीजा और टिकट मिलेगा। कुल प्रशिक्षण लागत का 20 प्रतिशत सरकार वहन करेगी। साथ ही स्किल लोन की सुविधा के साथ ही लोन के ब्याज की 75 प्रतिशत राशि भी सरकार वहन करेगी।
जापान में होटल मैनेजमेंट पास युवाओं के लिए मौका
योजना के तहत जापान में भी होटल मैनेजमेंट में डिग्री, डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स किए और युवाओं को सरकार भेजेगी। पूर्व में होटल मैनेजमेंट के 15 युवाओं को ट्रेनिंग दी गई थी, जिनमें से 13 ने जापानी भाषा को एन-4 कोर्स पास कर लिया। इनमें से चार युवा जापान में नौकरी कर रहे हैं। अब नए बैच के लिए आवेदन शुरू हो चुके हैं। युवाओं को चयन करने के बाद जापानी भाषा का कोर्स कराया जाएगा। इन्हें भी सहसपुर स्थित संस्थान में निशुल्क रहने-खाने के साथ निशुल्क प्रशिक्षण मिलेगा।
ऐसे करें आवेदन
विभाग की वेबसाइट uksds.uk.gov.in पर क्लिक करें और पूरी जानकारी लें। इसके अलावा विभाग के विदेश रोजगार प्रकोष्ठ की ई-मेल आईडी mccsahaspur@gmail.com पर अपना रिज्यूम भेज सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए 88755597550 पर कॉल भी कर सकते हैं।
उत्तराखंड की युविका से प्रभावित हुए जापान के गवर्नर
उत्तराखंड से अब तक 36 युवा जापान जा चुके हैं। इनमें से 32 वहां केयर गीवर जॉब (देखभालकर्ता) हैं और चार होटल मैनेजमेंट के युवा हैं। हाल ही में जापान के गवर्नर काजुहिको ओइगावा इन भारतीय युवाओं से रूबरू हुए। इनमें भारत का प्रतिनिधित्व रुद्रपुर की बेटी युविका जायसवाल ने किया। उन्होंने राज्यपाल से जापानी भाषा में बात की। जब गवर्नर काजुहिको ओइगावा को पता चला कि वह केवल तीन महीने से जापानी भाषा सीख रही हैं, तो वे आश्चर्यचकित हो गए। उन्होंने कहा, भारत की ख्याति मजबूत भाषा कौशल के लिए है, लेकिन इसकी कल्पना करना कठिन है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में 10 से 30 प्रतिशत कर्मचारी विदेशी विशेषकर भारतीय होंगे।
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