दून में मंगलवार को हुई बरसात के कारण रिस्पना, बिंदाल सहित कई सहायक नदियों भी उफान भी दिखी।
बारिश के कारण दून जिले में बहने वाली नदियां भी उफान पर पहुंच गईं। वहीं, जिले में एक राज्य मार्ग बाधित हो गया, जबकि पांच ग्रामीण मार्ग अवरुद्ध रहे। इन्हें खोलने का काम शुरू कर दिया गया था।
दरअसल, देहरादून में 12 राष्ट्रीय राजमार्ग, 19 राज्य मार्ग और नौ मुख्य जिला मार्ग के अलावा 105 अन्य जिला मार्ग हैं। मंगलवार को चकराता लाखामंडल मोटा मार्ग पांच-नौ व 10 किलोमीटर पर बंद हो गया। इसे खोलने का काम जारी था।
सहस्त्रधारा-कालीर्गाड मार्ग पर भूस्खलन के कारण पत्थर गिर गए। इसको देर शाम तक जेसीबी से खोलने की कार्रवाई शुरू कर दी गई। उधर अटाल पुल से रोहटा खड्डू मार्ग भी आंशिक रूप से बंद रहा। सोनुई से पेनुवा मार्ग, काहा नेहरा से पुनाह मार्ग, शहीद सुरेश तोमर मार्ग भी बरसात के कारण बंद रहे। हालांकि शाम तक शहीद सुरेश तोमर मार्ग को सुचारू कर दिया गया था।
जिले की नदियों में आया उफान, टोंस खतरे के जलस्तर के पास
देहरादून क्षेत्र में मुख्यत: गंगा, यमुना और टोंस नदी सहित कई अन्य सहायक नदियां बहती है जैसे रिस्पना, बिंदाल, सौंग आदि। दून में मंगलवार को हुई बरसात के कारण रिस्पना, बिंदाल सहित कई सहायक नदियों भी उफान भी दिखी। इसके अलावा त्रिवेणी घाट के पास गंदा नदी का भी जलस्तर 337.89 दर्ज किया गया, जबकि यहां पर खतरे का निशान 340.50 मीटर है। इसके अलावा डाकपत्थर पर यमुना नदी का जलस्तर 453.54 मीटर नोट किया गया, जबकि यहां खतरे का निशान 455.37 मीटर है। जबकि टोंस नदी का जलस्तर खतरे के निशान के पास पहुंच गया। यहां टोंस नदी का इच्छाडी में खतरे का निशान 644.75 मीटर पर है, नदी का जलस्तर 644.58 मीटर दर्ज किया गया।
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