गुवाहाटी में खेले गए तीसरे टी-20 मैच में ग्लेन मैक्सवेल की शतकीय पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में वापसी की है। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 223 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन मैक्सवेल भारत की जीत के बीच में आ गए। पांच मैचों की सीरीज फिलहाल 2-1 पर खड़ी है।
ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी का न्योता दिया था। भारत की बल्लेबाजी शानदार रही। कप्तान सूर्यकुमार के 39 रन और सलामी बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ की शतकीय पारी ने भारत को बड़े स्कोर तक लेकर गया।
शुरुआत में विकेट गिरने के बावजूद भारत एक बड़ा स्कोर खड़ा करने में सफल रहा। इसके बावजूद भी भारत को हार का समाना करना पढ़ा। आइए जानते हैं कि इस मैच में भारत ने वो पांच कौन सी गलतियां की, जिसकी वजह से उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
1. खराब गेंदबाजी
भारत की गेंदबाजी बेहद चिंतजनक रही। प्रसिद्ध कृष्णा भारत की तरफ से सबसे महंगे गेंदबाज रहे। कृष्णा ने 4 ओवर में 68 रन खर्च किए। टीम की तरफ से आखिरी ओवर भी उन्होंने ही किया था। जिसमें 23 रन लुटाए। इसके अलावा अर्शदीप ने 44 रन खर्च किए। रवि बिश्नोई, आवेश खान और अक्षर पटेल इन सभी ने भी 30 के ऊपर रन दिए।
2. ईशान किशन की बड़ी गलती
अगर भारतीय गेंदबाजों ने थोड़ी कसी हुई गेंदबाजी की होती तो परिणाम कुछ और होता। ईशान किशन की दो गलतियां भारत को भारी पाड़ी। रोमांचक स्थिति में पहुंचे मैच के 19वें ओवर में ईशान ने एक नहीं दो बार गलती की। ओवर की चौथी गेंद पर ईशान गेंद को कलेक्ट करने में कुछ ज्यादा ही जल्दबाजी कर बैठे, जिसके चलते एक गेंद नो बॉल करार हो गई और वेड ने अगली गेंद पर एक छक्का जड़ दिया। जबकि अंतिम गेंद पर वह अक्षर को पढ़ नहीं पाए और ऑस्ट्रेलिया को बाय का चौका मिल गया।
3. सूर्या का कैच ड्रॉप करना
18वें ओवर में कप्तान सूर्यकुमार ने बड़ी गलती की। प्रसिद्ध कृष्णा की गेंद पर सूर्यकुमार ने मैथ्यू वेड का कवर पर कैच ड्राप कर दिया था। उस वक्त वेड मात्र 6 रन पर बल्लेबाजी कर रहे थे। यहां से वेड ने चौके-छक्के लगाकर ऑस्ट्रेलिया पर से सारा दबाव भारत के ऊपर कर दिया। वहीं, सूर्या ने मैक्सवेल को रन आउट करने का भी मौका गंवाया था।
4. आखिरी के दो ओवर रहे महंगे
भारत की जहां गेंदबाजी खराब रही तो वहीं, खराब फील्डिंग की वजह से भारत को हार का समाना करना पड़ा। ऑस्ट्रेलिया के मैथ्यू वेड और ग्लेन मैक्सवेल ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर पिटाई की। आखिरी के दो ओवरों में दोनों मिलकर 47 रन बनाए। यहां से मैच इंडिया के हाथ से पूरी तरह से निकल गया।
5. अतिरिक्त गेंदबाजी का विकल्प ना होना
भारत कुल पांच गेंदबाजों के साथ उतरा था। ये सभी महंगे साबित हुए। अगर अतिरिक्त गेंदबाज होता तो शायद मैच का परिणाम कुछ और होता। पिछले दो मैच में बेहतरीन गेंदबाजी करने वाले मुकेश कुमार की जगह दीपक चाहर को टीम में शामिल किया था, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।