नई दिल्ली: पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान सोनू भाटी और सतेंद्र भाटी निवासी देवटा (ग्रेटर नोएडा), शिवम सिंह (निवासी मेरठ) और दुर्गेश (निवासी फिरोजाबाद) के रूप में हुई है. पुलिस ने इनके पास से एक रिवाल्वर और दो एसयूवी गाड़ी बरामद की है.
दिल्ली से सटे ग्रेटर नोएडा में समाजवादी पार्टी के पूर्व सांसद अक्षय यादव के गनर की दबंगई का मामला सामने आया है. ग्रेटर नोएडा के कासना में एक ढाबे पर खाना खाने पहुंचे अक्षय यादव के गनर ने अपने साथियों के साथ जमकर हंगामा किया. सपा नेता के गनर ने मुफ्त में खाना नहीं खिलाने पर ढाबे के मालिक पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. ढाबा संचालक ने किसी तरह अपनी जान बचाई है.
इसी दौरान किसी राहगीर ने पुलिस को खबर दे दी. कासना थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और आरोपी गनर और उसके साथियों को धर दबोचा. पुलिस ने आरोपी गनर के पास से एक रिवाल्वर और दो एसयूवी गाड़ी बरामद की. आरोपियों को जेल भेज दिया गया है.
दरअसल, कासना में रहने वाले दो सगे भाई कपिल और अमित का इसी इलाके में ढाबा है. कपिल ने पुलिस को बताया कि शुक्रवार की रात उसका भाई अमित ढाबे पर बैठा था. इसी बीच सपा नेता रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव की सुरक्षा में तैनात सिपाही सोनू भाटी अपने तीन साथियों के साथ ढाबे पर पहुंचा और मुफ्त में खाना खिलाने का दबाव बनाने लगा.
अमित ने जब खाना देने से इनकार कर दिया तो इन लोगों ने पहले तो उसे जान से मारने की धमकी दी और आनन-फानन में रिवाल्वर निकालकर फायरिंग करना शुरू कर दी. गनर सोनू भाटी पर आरोप है कि उसने रिवाल्वर निकाली और गोलियां चलाई. अचानक हुई फायरिंग की वारदात से लोग घबरा गए और इधर-उधर भाग कर अपनी जान बचाई. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने चारों आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों की पहचान सोनू भाटी और सतेंद्र भाटी निवासी देवटा (ग्रेटर नोएडा), शिवम सिंह (निवासी मेरठ) और दुर्गेश (निवासी फिरोजाबाद) के रूप में हुई है. पुलिस ने इनके पास से एक रिवाल्वर और दो एसयूवी गाड़ी बरामद की है.