पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाद शरीफ (Shehbaz Sharif) ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के अध्यक्ष इमरान खान (Imran Khan) के सेना प्रमुख की नियुक्ति के प्रस्ताव को पूरी तरह से खारिज कर दिया है। स्थानीय मीडिया कि रिपोर्ट के अनुसार, शाहबाज शरीफ ने इमरान खान को लोकतंत्र के चार्टर और अर्थव्यवस्था के चार्टर पर बातचीत की पेशकश की है।
इमरान खान ने दिया था एक महीने का वक्त
द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, शाहबाज शरीफ ने कहा पीटीआइ अध्यक्ष इमरान खान ने पाकिस्तान सरकार को दो मुदो को हल करने के लिए एक महीने का समय दिया था। इमरान खान ने पाकिस्तान सरकार के साथ सेना प्रमुख की नियुक्ति को लेकर बातचीत की पेशकश की थी।
शाहबाज शरीफ ने बताया कि इमरान ने पाकिस्तान सरकार को दो मामलों को हल करने के लिए एक महीने का समय दिया था। पहला- मामला सेना प्रमुख की नियुक्ति का था और दूसरा समय से पहले चुनाव कराने का था।
शाहबाज शरीफ ने इमरान खान को दी ये पेशकश
शाहबाज ने कहा कि सेना प्रमुख की नियुक्ति एक संवैधानिक कर्तव्य के साथ होता है जिसे देश के प्रधानमंत्री को निभाना होगा। बता दें कि शाहबाज ने इमरान खान को चार्टर ऑफ डेमोक्रेसी और चार्टर ऑफ इकोनॉमी पर चर्चा करने की पेशकश की है। उन्होंने आगे कहा कि इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) के महानिदेशक ने पहले इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR)के महानिदेशक के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी।
आइएसआइ प्रमुख प्रेस कॉन्फ्रेंस ने ये कॉन्फ्रेंस इसलिए की थी क्योंकि वह (आइएसआइ डीजी) इमरान खान और सेना प्रमुख के बीच बैठक के चश्मदीद गवाह थे। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के हवाले से प्रधानमंत्री शरीफ ने कहा कि इमरान खान वर्तमान में केवल अपनी व्यक्तिगत इच्छाओं को पूरा करने के लिए सेना नेतृत्व को निशाना बना रहे हैं। इमरान अब उन लोगों के खिलाफ जहर उगल रहे हैं जिसने उसका पालन-पोषण किया।
इमरान खान का आजादी मार्च (Haqeeqi Azadi Long March)
पूर्व पीएम इमरान खान की पार्टी के आजादी मार्च से पाकिस्तान सरकार में तनाव पैदा हो गया है। देश में आम चुनाव की मांग को लेकर इमरान खान ने शुक्रवार को लाहौर से इस्लामाबाद के लिए हकीकी आजादी मार्च शुरू कर दिया है। विरोध मार्च से निपटने के लिए पाकिस्तान सरकार ने इस्लामाबाद में 13 हजार से अधिक पुलिस और अर्धसैनिक बल के जवानों को उतार दिया है।