अगर आप स्टेट बैंक ऑफ इंडिया या फिर पूर्व में उसके एसोसिएट बैंकों और भारतीय महिला बैंक के कस्टमर रहे हैं तो 31 मार्च तक दो काम पूरे करने होंगे। अगर यह काम उन्होंने नहीं किए तो फिर रविवार से उनको काफी मुश्किलें को सामना करना पड़ेगा।
नहीं चलेगी पुरानी चेकबुक
एसबीआई ने साफ किया है कि पूर्व एसोसिएट बैंकों और भारतीय महिला बैंक की पुरानी चेकबुक केवल 31 मार्च तक ही वैध हैं। इसके बाद सभी चेकबुक अवैध हो जाएंगी। इसलिए जिन खाताधारकों ने फिलहाल ऐसा नहीं किया है तो फिर वो नई चेकबुक के लिए आज ही ब्रांच में जाकर या फिर नेटबैंकिंग के जरिए ऐसा कर सकते हैं।
केंद्र सरकार ने पिछले साल 2017 में 5 एसोसिएट बैंकों और भारतीय महिला बैंक का अपने में विलय किया था। ये बैंक थे स्टेट बैंक ऑफ बीकानेर एंड जयपुर (SBBJ, स्टेट बैंक ऑफ हैदराबाद (SBH),स्टेट बैंक ऑफ मैसूर (SBM),स्टेट बैंक ऑफ पटियाला (SBP),स्टेट बैंक ऑफ त्रावणकोर (SBT)और भारतीय महिला बैंक थे।
होम लोन पर नहीं लगेगा प्रोसेसिंग शुल्क
एसबीआई 31 मार्च यानी शनिवार को होम लोन के लिए आवेदन करने वालों से प्रोसेसिंग फीस नहीं लेगा। बैंक ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि वह आवेदकों को ब्याज दरों में विशेष छूट भी दे सकता है।
न्यूनतम बैलेंस शुल्क घटेगा
पहली अप्रैल से भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) के खाते में औसत न्यूनतम बैलेंस नहीं रखने पर लगने वाला शुल्क करीब 75 फीसदी कम हो जाएगा। मेट्रो तथा शहरी केंद्रों के लिए इसे अधिकतम 50 रुपये से घटाकर 15 रुपये मासिक कर दिया गया है।
अर्ध शहरी और ग्रामीण केंद्रों में इसे 40 रुपये से घटाकर 12 रुपये कर दिया गया है। इस पर जीएसटी शुल्क हालांकि अलग से देय होगा। बैंक ने छह साल के अंतराल के बाद यह शुल्क लगाया था, जिसे अक्तूबर में घटाया गया था। शुल्क घटने का लाभ 25 करोड़ से अधिक ग्राहकों को मिलेगा।