भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर और स्विजटरलैंड के विदेश मंत्री इग्नाजियो कैसिस के बीच मुलाकात हुई। दोनों नेताओं ने कई वैश्विक मुद्दों पर चर्चा की। वहीं इग्नाजियो कैसिस ने एस जयशंकर को एक खास घड़ी भी गिफ्ट में दिए। विदेश मंत्री को गिफ्ट में मिली यह एक नायाब घड़ी है। ओमेगा एक्स घड़ी को कुछ यूं तैयार किया गया है ताकि इसे चंद्रमा पर भी पहना जा सके।
स्विट्जरलैंड के विदेश मंत्री इग्नाजियो कैसिस भारत के दौरे पर हैं। सोमवार (6 फरवरी) को उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से मुलाकात की। उन्होंने दिल्ली स्थित हैदराबाद हाउस में मुलाकात की।
दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के लिए चर्चा की। वहीं, इग्नाजियो कैसिस ने एस जयशंकर को एक घड़ी Mission to the Sun’ Swatch (M) उपहार में दी है।
दोनों देशों के नेताओं के बीच कई मुद्दों पर हुई बात
एस जयशंकर ने इस मुलाकात की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट किया,” विदेश मंत्री इग्नाजियो कैसिस का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। पिछले साल भारत-स्विट्जरलैंड मैत्री संधि के 75वें वर्ष के जश्न के बाद हमारे द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर चर्चा की गई।
यूक्रेन में संघर्ष सहित क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया। ‘मिशन टू द सन’ घड़ी उपहार देने के लिए उन्हें धन्यवाद। आदित्य एल1 मिशन के माध्यम से भारत इस पर खरा उतर रहा है।
एस जयशंकर ने आदित्य एल 1 मिशन का किया जिक्र
पिछले महीने (06 जनवरी) आदित्य एल 1 को अपनी कक्षा में स्थापित किया गया। बता दें कि आदित्य-एल-1 सूर्य का अध्ययन करने वाली अंतरिक्ष में स्थापित की जाने वाली पहली भारतीय वेधशाला है। पिछले साल दो सितंबर को ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी-सी57) ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से ‘आदित्य’ के साथ उड़ान भरी थी।
क्यों खास है ‘मिशन टू द सन’ घड़ी
- विदेश मंत्री को गिफ्ट में मिली यह एक नायाब घड़ी है। ओमेगा एक्स घड़ी को कुछ यूं तैयार किया गया है ताकि इसे चंद्रमा पर भी पहना जा सके।
- इस कंपनी के घड़ी(ओमेगा स्पीडमास्टर) को नासा के अंतरिक्ष यात्री बज एल्ड्रिन ने 20 जुलाई, 1969 को पहनकर चंद्रमा पर कदम रखा था।
- ओमेगा स्पीडमास्टर नासा के अंतरिक्ष यात्रियों के लिए आधिकारिक घड़ी बनी हुई है। इस घड़ी के करीब 11 मॉडल हैं, हर मॉडल को सौर मंडल में एक ग्रह के नाम पर रखा गया है।