आरबीआई के रेपो रेट में कटौती के कुछ ही घंटों बाद बैंक आफ बड़ौदा ने रेपो रेट से जुड़े लोन पर ब्याज दर में 25 आधार अंकों की कटौती का एलान किया है। माना जा रहा है कि जल्द ही दूसरे बैंक भी इस तरह का कदम उठा सकते हैं।शेयर बाजार को दी एक्सचेंज फाइलिंग में बैंक ने कहा कि रेपो बेस्ड लैंडिंग रेट मौजूदा 8.15 प्रतिशत से घटकर 7.90 प्रतिशत हो जाएगी। बैंक ने कहा कि नई दर 6 दिसंबर से प्रभावी होगी।
ऐसे कई बैंक हैं जिनके होम लोन अभी भी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR), बेस रेट या बेंचमार्क प्राइम लेंडिंग रेट (BPLR) जैसी व्यवस्थाओं से जुड़े हैं और वे EBLR उधारकर्ताओं की तुलना में अधिक ब्याज दर चुका रहे हैं। चूंकि अधिकांश होमलोन EBLR से जुड़े होते हैं, इसलिए रेपो दर में हालिया कटौती के साथ, ऐसे ग्राहकों की होम लोन ब्याज दरें आने वाले महीनों में सबसे तेज़ी से नीचे आने वाली हैं।
RBI ने की 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती
सेंट्रल बैंक ने शुक्रवार को रेपो दर को 5.50% से घटाकर 5.25% कर दिया। इस कटौती के बाद, केंद्रीय बैंक ने FY2026 के लिए रेपो दर में 125 आधार अंकों की कटौती की है। इससे पहले फरवरी और अप्रैल 2025 में 25-25 आधार अंकों और जून में 50 आधार अंकों की कटौती की गई थी। आरबीआई ने इस वर्ष अक्टूबर में अपनी एमपीसी बैठक में रेपो दर को अपरिवर्तित रखा था।
इस सप्ताह की शुरुआत में एक और सरकारी बैंक इंडियन बैंक ने मार्जिनल कास्ट आफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट (MCLR) को पांच बेसिस प्वाइंट घटाकर एक साल की अवधि के लिए 8.80 प्रतिशत कर दिया था जो तीन दिसंबर से प्रभावी है। एमसीएलआर यानी सीमांत निधि लागत-आधारित उधार दरें, बैंकों के लिए अलग-अलग फ्लोटिंग रेट लोन जैसे- होम लोन, पर्सनल लोन और आटो लोन पर ब्याज दरें निर्धारित करने के लिए एक बेंचमार्क रेट के रूप में काम करता है। बता दें कि एमसीएलआर नए लोन पर लागू नहीं होती है।
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