नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानूनों यानी सीएए व एनआरसी के विरोध में दिल्ली के शाहीनबाग व जामिया नगर में फिर धरना प्रदर्शन शुरू हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि जेएनयू के छात्र इस तरह का कदम उठा सकते हैं। इसे देखते हुए जामिया नगर व शाहीनबाग में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। इन मार्गों पर किसी को भी एकत्रित नहीं होने दिया जा रहा है। हर आने जाने वाले पर नजर रखी जा रही है। दिल्ली पुलिस के अलावा अर्द्ध सैनिक बलों को भी तैनात किया गया है।
सीएए के विरोध में दिल्ली में जामिया मिलिया यूनिवर्सिटी के सामने मौलाना मोहम्मद अली जौहर मार्ग व शाहीनबाग समेत दिल्ली में करीब 14 जगहों पर धरना-प्रदर्शन शुरू हुए थे। इनमें से शाहीनबाग का धरना काफी प्रसिद्ध हो गया था। शाहीनबाग में धरना करीब 101 दिन चला था और इसे देश का अब तक सबसे लंबा धरना बताया जा रहा है। कोरोना महामारी के चलते ये धरना 24 मार्च को खत्म हुआ था। इस धरने को 15 दिसंबर को एक वर्ष पूरा हो रहा है। ऐसे में दिल्ली पुलिस को आशंका है कि शाहीनबाग व जामिया नगर आदि जगहों पर फिर से प्रदर्शन शुरू हो सकता है। प्रदर्शनकारी किसान आंदोलन की आड़ में प्रदर्शन शुरू कर सकते हैं।
दिल्ली पुलिस को ऐसे इनपुट्स मिले हैं कि जेएनयू के कुछ छात्र इस तरह का कदम उठा सकते हैं। शाहीनबाग में सरिता विहार से कालिंदी कुंज जाने-आने वाले रोड नंबर 13 पर भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है। यहां पिछले दो दिन से पुलिस बल तैनात है। रोड नंबर-13 पर दिल्ली पुलिस के जवानों के अलावा सीआरपीएफ व बीएसएफ को तैनात किया गया था। रोड नंबर-13 पर सोमवार को कुछ कमांडों भी गश्त करते हुए दिखाई दिए थे।
इसके अलावा जामिया मेट्रो स्टेशन से वाई पाइंट तक मौलाना मोहम्मद अली जौहर मार्ग पर भारी पुलिस बल तैनात था। मौलाना मोहम्मद अली जौहर मार्ग पर दिन में पांच थानाध्यक्षों की तैनात किया जाता है। यहां पर सोमवार को सीआरपीएफ व सीआईएसएफ समेत दिल्ली पुलिस के 200 से ज्यादा जवान तैनात थे। रात को यहां पर दो इंस्पेक्टर की देखरेख में पुलिसकर्मी तैनात थे।
एहतियात के तौर पर पुलिस बल तैनात किया गया है-डीसीपी-
दक्षिण-पूर्व जिला डीसीपी आरपी मीणा ने बताया कि शाहीनबाग धरना शुरू होने का 15 दिसंबर को एक वर्ष पूरा हो रहा है। इसे देखते हुए एहतियात के तौर पर यहां पर पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। उनका कहना है किसी तरह का प्रदर्शन आदि शुरू होने के किसी तरह के इनपुट्स नहीं हैं।
जामिया के छात्रों ने की थी गाजीपुर प्रदर्शन में पहुंचने की कोशिश-
दिल्ली पुलिस अधिकारियों के अनुसार जामिया नगर समेत कुछ यूनिवर्सिटी के लोगों ने गाजीपुर बॉर्डर व सिंघु बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन में पहुंचने की कोशिश की थी। कुछ बॉर्डरों पर तो पोस्टर तक लगा दिए गए थे। हालांकि गाजीपुर बॉर्डर से जामिया नगर के छात्रों को वापस लौटना पड़ा था। इसके बाद इन जगहों पर सुरक्षा बढ़ाई गई है।