दिल्ली विधानसभा चुनाव (Delhi Election 2020) के बीच शाहीन बाग का मुद्दा सुर्खियों में है. इस पर सियासत भी खूब हो रही है. CAA और NRC के विरोध में 47 दिनों से जारी प्रदर्शन अभी खत्म होता नजर नहीं आ रहा है.
इस बीच वहां प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह संसद में कानून वापस लेने की घोषणा कर दें तो हम तुरंत प्रदर्शन खत्म कर देंगे.
बुधवार को हमारी न्यूज़ टीम के साथ शाहीन बाग पहुंचीं और वहां प्रदर्शन कर रहे लोगों से खास बातचीत की. महिलाओं ने बताया कि हम सिर्फ संसद की बात पर यकीन करेंगे, गली-कूचों में कही गई बातों पर यकीन नहीं करेंगे. महिलाओं ने कहा कि गृह मंत्री कहते हैं हम एनआरसी जरूर लाएंगे, जबकि पीएम मोदी कहते हैं कि NRC पर उनकी सरकार ने कोई चर्चा ही नहीं की है. ऐसे में उन पर कैसे यकीन किया जाये.
महिलाओं ने कहा कि पीएम मोदी संसद में कह दें कि NRC और NPR लागू नहीं होगा तो हम धरना खत्म करे देंगे. हम वापस चले जाएंगे. हमारे गृह मंत्री ने संसद में कहा था कि CAA आ चुका है और NRC जरूर लाएंगे.
महिलाओं ने ये भी कहा कि पीएम राष्ट्र के नाम संदेश दें कि हम CAA-NRC वापस ले रहे हैं. सरकार शाहीन बाग में अपना डेलिगेशन भेजकर हमें संतुष्ट करे कि वे कानून वापस ले रहे हैं. एक महिला ने कहा कि मोदी-शाह में खुद कोऑर्डिनेशन नहीं है. इसीलिए उनके बयान अलग-अलग हैं और इसीलिए हमें भरोसा नहीं है.
इससे पहले CAA के खिलाफ प्रदर्शन कर रही शाहीन बाग की महिलाएं बुधवार को जंतर मंतर पर जमा हुईं थीं. इसमें 70 वर्ष से अधिक उम्र की तीन बुजुर्ग महिलाएं भी शामिल रहीं. इन तीनों वृद्ध महिलाओं को लोग शाहीन बाग की दादियों के नाम से जानते हैं. इसके बाद महिलाओं ने छात्रों के साथ फैज अहमद फैज की नजम ‘हम देखेंगे’ का पाठ भी किया.