पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने पीएम मोदी और सीएम योगी पर खुलकर हमला बोला। शुक्रवार को अपना ड्रीम प्रोजेक्ट लायन सफारी देखने के बाद पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वजह देश में आग लगी हुई है। किसानो को गोलियों पर गोलियां मारी जा रही हैं । चुनाव के समय किसानों का कर्जा माफ करने की बात कही थी। आज तक किसानों का कर्जा माफ नही हो सका । कर्जामाफी मांगने पर किसानों को गोलियां खानी पड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि 2019 के लोकसभा चुनावों के बाद देश का प्रधानमंत्री यूपी से ही बनेगा।
इटावा में अखिलेश ने कहा कि पहले तो यह बात माननी चाहिए कि जनता ने सरकार को बड़ा बहुमत दिया है। इतना बहुमत किसी सरकार को नहीं मिल सकता। कानून व्यवस्था बड़ा सवाल आज बना हुआ है। जिस दिन से सरकार बनी है सरकार के लोगो ने झाडू पकड़ ली है । उन्होंने कहा कि सवाल झाडू का नही है। झाडू के बाद उसका कूड़ा कहां जाएगा।
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अखिलेश ने कहा कि रोमियो वाला मामला चला जो अब पूरी तरह से खत्म हो गया है। कार्रवाई की जद में सबसे ज्यादा अगर कही के लोग आए तो वो मुख्यमंत्री योगी के क्षेत्र गोरखपुर क्षेत्र के है । अब तो सराफा कारोबारियों पर हमले हो रहे हैं। मथुरा की घटना अभी लोगो के जहन से उतरी भी नही थी कि अचानक मैनपुरी की घटना से सभी को हिला कर रख दिया है । जालौन उरई की घटना का जिक्र करते हुए उन्होने कहा कि ऐसी घटनाए बेहद निंदनीय है सरकार ऐसी घटनाओं को रोक पाने की स्थिति में नही है । इलाहाबाद, नोयडा, जेवर की घटनाएं इसी ओर इशारा कर रही हैं।
उन्होने कहा कि विकास के मामले मे सरकार उत्तर प्रदेश आगे हो ऐसे काम किए जाने चाहिए । सहारनपुर की घटना मे सत्तारूढ़ दल के एमपी और विधायक का सीधा हाथ था फिर भी कार्रवाई किस पर हो रही है। यह तो सब जानते ही होंगे । ओवरलोडिंग को लेकर बांदा का किस्सा तो आपका पता ही है। भाजपा विधायक ही अपनी सरकार के खिलाफ घरने पर बैठ गया ।
वक्फ बोर्ड को गड़बड़ी को लेकर पूर्व मंत्री आजम खान पर कार्रवाई करने के सवाल पर उन्होने कहा कि आजाम खान ने कोई भी गलती नही होगी। क्यो कि मुख्यमंत्री होने के नाते वे ही कैबिनेट की अध्यक्षता करते थे इसलिए आजम खान पर उगुंली न उठाएं । आजम खां ने सब काम कानून से किया है । अभी सरकार के सौ दिन भी पूरे नही हुए है सरकार को कुछ तो काम बताना चाहिए है कि हमने यह काम किया है । भाजपा किस दिशा मे उत्तर प्रदेश को ले जाना चाहती है यह बताने की बेहद जरूरत है ।
अखिलेश ने कहा कि हमारी सरकार ने 23 महीने मे देश के सबसे बडे आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे का निर्माण करवा दिया । भाजपा की सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि योगी सरकार 22 महीने से लखनऊ बलिया एक्सप्रेस का ही निर्माण करवा के दिखा दे। इटावा सफारी पार्क में पांच जानवरों के लाए जाने की चर्चा करते हुए उन्होने कहा कि हम सफारी मे पांच जानवर लाए हैं। भाजपा वाले लोमड़ी, लकड़बग्धा ही ले आएं। भाजपा वाले हमसे बेहतर काम करें।
सड़कों के गड्ढा मुक्त करने के दावे को हवाई बताते हुए कहा कि इस व्यवस्था के लागू होने से सबसे ज्यादा दो लोग खुश होते है एक ठेकेदार दूसरा इंजीनियर । अब तो सरकार को बताना चाहिए कि कहां गड्ढा मुक्त हो गया । उन्होंने सलाह दी है कि सड़क ऐसी बनाओ की गड्ढा ही न बने।
राष्ट्रपति चुनाव से जुडे़ हुए सवाल को लेकर उन्होने कहा कि सभी दल मिल कर तय करेगे। इसका फैसला कोई एक दल या व्यक्ति नहीं करेगा । शरद यादव और मुलायम सिंह यादव के नाम की चर्चा पर उन्होंने कहा कि उनकी जानकारी मे अभी ऐसा कुछ भी नही है । इससे पहले सैफई स्थित लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस मे लोगो से मुलाकात की।
पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि सैफई के विकास को लेकर भाजपा वाले खासे नाराज हैं। बुरी तरह से जल रहे है । प्रधानमंत्री अपने भाषण में कह रहे कि उन्होंने सारे काम सैफई के लिए ही किए हैं । देश का प्रधानमंत्री एक गांव के लिए इतना परेशान है । उन्होने कहा कि हमारा सवाल नरेंद्र मोदी और योगी दोनो लोगो से यही है कि आपके हाथ में सत्ता है सारे देश और प्रदेश के गांवों को सैफई जैसा बना दो।
उन्होंने बूचड़खानों को बंद करने के फैसले पर कहा कि मुस्लिमों को बदनाम करने का काम हो रहा है। यह काम तो हिन्दू भाई कर रहे हैं । अगर देखा जाए जितने बूचड़खानों के मालिक हैं उनमें से अधिक बीजेपी के नेता ही है ।
उन्होंने समाजवादी पार्टी को मजबूत करने का मंत्र देते हुए कहा कि अगर आपने बूथ को जीता लिया तो आपकी पार्टी बहुत मजबूत दिखाई देगी । अगर आप लोग अपने बूथ को नही जिता पाए तो तो कुछ नही । उन्होने कहा कि 2019 का संसदीय चुनाव बेहद महत्वपूर्ण होने वाला है । आप के सामने ऐसी चुनौती है एक ओर वो दल होगा जो लोगो को बहला कर वोट हासिल करना चाहता है। एक ओर वो दल होगा जिसे आप समाजवादी कहते है। किसानों का भला चाहते हो तो 2019 के संसदीय चुनाव जीतना जरूरी है। क्योंकि अब प्रधानमंत्री वही बनेगा जो उत्तर प्रदेश चाहेगा।