इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से डॉक्टरों या भारतीय चिकित्सा सेवा के लिए एक केंद्रीय कैडर स्थापित करने की मांग की है. पीएम मोदी को लिखे पत्र में आईएमए ने कहा कि देश के सामने इस विशाल चुनौती को नेतृत्व प्रदान करने के लिए चिकित्सा पेशे की आकांक्षाओं पर ध्यान देना चाहिए.
आईएमए ने कहा कि डॉक्टरों ने केंद्रीय कैडर की आवश्यकता को खातसौर पर महसूस किया है. विभिन्न राज्यों के अलग-अलग जिलों में असहायता की भावना है. आईएमए वन नेशन वन गाइडलाइंस के पक्ष में रहा है. एसोसिएशन अपनी मांग को लेकर उम्मीदों के साथ सरकार की ओर देख रहा है.
आईएमए का कहना है कि ये मांग महत्वपूर्ण रही है और आजादी के बाद से लंबित है. कोरोना संकट ने कैडर की आवश्यकता को और तेज कर दिया है.
बता दें कि देश पिछले 4 महीने से कोरोना संकट काल के दौर से गुजर रहा है. बढ़ते मरीजों की संख्या के साथ ही डॉक्टरों पर दबाव भी बढ़ने लगा है. कई जगह से तो इलाज के अभाव में मरीजों की मौत की खबरें भी आ रही हैं.
वहीं, IMA अभी हाल में कम्युनिटी स्प्रेड वाले बयान पर चर्चा में आया था. IMA ने कहा कि भारत में कोरोना का कम्युनिटी स्प्रेड शुरू हो गया है और हालात खराब हो गए हैं.
IMA हॉस्पिटल बोर्ड ऑफ इंडिया के चेयरपर्सन डॉ. वी. के. मोंगा ने कहा कि देश में कोरोना वायरस के मामलों में तेजी से इजाफा हो रहा है, जो बेहद खतरनाक स्थिति है.
डॉ. मोंगा ने कहा कि भारत में हर दिन 30 हजार से ज्यादा कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं. यह वास्तव में देश के लिए बहुत खराब स्थिति है. अब यह ग्रामीण इलाकों में फैल रहा है. यह बुरा संकेत है. यह कम्युनिटी स्प्रेड दिख रहा है.