पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) और खैबर पख्तूनख्वा के गवर्नर फैसल करीम कुंडी की तरफ से आए सुलह प्रस्ताव को दृढ़ता से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि पार्टी ‘जनादेश चोरों’ के साथ बातचीत नहीं करेगी। पाकिस्तानी मीडिया चैनल आरवाई न्यूज की तरफ से ये जानकारी सामने आई है।
पीटीआई के एक अधिकारी ने कहा, जिन लोगों ने बातचीत करने का वादा किया था,उन्होंने फर्जी जनादेश थोप दिया है। आरवाई न्यूज के मुताबिक, अधिकारी ने आगे कहा,’ राष्ट्रीय अपराधी देश के हितों की पूर्ति करने वाले फैसले नहीं ले सकते हैं, और न ही उनके साथ सुलह करने के लिए कोई जगह है।’
जनादेश चोरों से बातचीत नहीं करेगी पीटीआई
पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज, पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी और मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट-पाकिस्तान ‘जनादेश चोरों’ के उदाहरण हैं जिनके साथ पीटीआई ने स्पष्ट कर दिया है कि वह बातचीत नहीं करेगी।
पीटीआई के प्रवक्ता ने कहा, ‘अधिकार के बिना बातचीत की पेशकश का प्रचार करने के बजाय, जनादेश चोरी करने वाले इस समूह को राष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए और जनादेश वास्तविक प्रतिनिधियों को लौटाना चाहिए।
‘राजनीति में दरवाजे हमेशा खुले हैं’
वहीं बता दें कि, इससे पहले, पेट्रोलियम विभाग के मंत्री उसादिक मलिक ने कहा था कि पीएमएल-एन नेतृत्व लगातार बातचीत और सुलह की वकालत करता है और राजनीति में दरवाजे हमेशा खुले हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा, ‘हमारी पार्टी (पीएमएल-एन) नेतृत्व ने हमेशा अर्थव्यवस्था और लोकतंत्र के चार्टर की आवश्यकता पर जोर दिया है।’ इसके बाद, मंत्री ने उल्लेख किया कि उनकी पार्टी सभी राजनीतिक गुटों के साथ आगे बढ़ने की इच्छा रखती है। मलिक ने आगे कहा कि ख्वाजा साद रफीक, ख्वाजा आसिफ और शहबाज शहबाज सहित सभी पीएमएल-एन नेताओं को पीटीआई के नेतृत्व वाली सरकार ने कैद कर लिया था।