पंजाब नेशनल बैंक घोटाले में आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी के अलीबाग स्थित बंगले को गिराने के लिए तोड़-फोड़ अभी भी जारी है। बंगले को गिराने के लिए अधिकारी शुक्रवार को डायनामाइट का इस्तेमाल करेंगे। नीरव मोदी के 30,000 वर्ग फुट में फैले इस बंगले में अच्छी गुणवत्ता वाली सीमेंट का उपयोग किया गया है। इसकी लागत लगभग 100 करोड़ रुपए है।
प्रशासन का कहना है कि यह बंगला अवैध तरीके से बनाया गया ह इसलिए इसे ढहाना आसान नहीं माना जा रहा था। बंगले के महंगे टाइल्स और प्लास्टर पहले ही उखाड़े जा चुके हैं। मंगलवार को भरत शितोले ने कुछ विशेषज्ञों को साथ लेकर बंगले के आरसीसी के खंभों में सुराख करके उनमें डायनामाइट भरवा दिया है।
दरअसल, प्रवर्तन निदेशालय ने इस बंगले को पीएनबी घोटाले मामले में जब्त किया था। जब प्रशासन ने इस बंगले को गिराने का फैसला किया तो ईडी ने हाईकोर्ट में इसके खिलाफ याचिका दायर की थी। हालांकि बाद में इसे स्थानीय प्रशासन को सौंप दिया गया। पिछले महीने की शुरुआत में महाराष्ट्र सरकार ने इस बंगले को गिरान की जानकारी दी थी।
गौरतलब है कि नीरव मोदी का ये बंगला मुंबई से 90 किलोमीटर दूर किहिम बीच पर स्थित ये बंगला अवैध रूप से बनाया गया था। इस बंगले को इस लिए गिराया जा रहा है क्योंकि ये कोस्टल रेगुलेटरी जोन के नियमों के खिलाफ है। बंगले के अवैध निर्माण के खिलाफ साल 2009 में एक याचिका दायर की गई थी। ज्ञात हो कि नीरव मोदी और मेहुल चोकसी 13 हजार करोड़ रुपए की धोखाधड़ी करने के आरोपी हैं। फिलहाल दोनों देश छोड़ चुके हैं।