मध्य प्रदेश में सर्दी का सितम है कि थमने का नाम ही नहीं ले रहा. प्रदेश के कई हिस्सों में सर्दी इस स्तर पर पहुंच गई है कि फसलों पर पाला पड़ने लगा है. वहीं रास्ते पर खड़ी गाड़ियों पर भी बर्फ की चादर जमी देखी जा सकती है. शनिवार और रविवार की दरमयानी रात अमरकंटक से सटे इलाकों सहित बैतूल में न्यूनतम तापमान 1 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं इस कड़ाके की ठंड के चलते जनजीवन भी बेहद प्रभावित हो रहा है. मंदसौर में भी सर्दी का कहर बढ़ता जा रहा है. सर्द मौसम और गिरते तापमान की वजह से फसलों पर पाला पड़ रहा है, जिससे फसलों को काफी नुकसान पहुंच रहा है. पाला की वजह से फसलों के पत्ते जल गए हैं. पाले से बचाव के लिए वैसे तो कई तरह के जतन कर रहे हैं, लेकिन ठंड के आगे कुछ काम नहीं कर रहा.
मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में सर्दी का सितम अभी जारी रहेगा और नए साल की पहली तारीख तक तापमान में और भी गिरावट आ सकती है. मध्य प्रदेश में उत्तर की तरफ से आ रही सर्द हवाओं के कारण ठंड का असर अभी और बढ़ सकता है, जिसके चलते मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है. बता दें 1980 के बाद यह पहला मौका है जब तापमान 5 डिग्री से नेीचे पहुंचा हो. भोपाल में सबसे कम तापमान इससे पहले 1966 में दर्ज किया गया था. इस दौरान न्यूनतम तापमान 3.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. बता दें इस साल मध्य प्रदेश में सबसे ठंडी रात रविवार को रहा, बैतूल में तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.