‘मी टू’ मूवमेंट से कई लोग जुड़ चुके हैं और इसमें विदेश राज्यमंत्री एमजे अकबर भी घेरे में आ चुके हैं. बता दें कुछ दिनों से वो आधिकारिक कार्य के लिए विदेश गए हुए थे जहां से वो आज ही लौटे हैं. यौन शोषण के आरोपों में घिरे एमजे अकबर रविवार सुबह ही लौट आये हैं और उन्होंने पत्रकारों से कहा भी है कि इस मामले में वो अपना बयान जरूर जारी करेंगे. इसी बारे में एमजे अकबर से उनके इस्तीफे के बारे में भी पूछा गया तो फ़िलहाल उन्होंने इस पर कुछ नहीं कहा.
बता दें, पहले बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी समेत कई नेताओं ने एमजे अकबर पर लगे आरोपों के बारे में बयान दिया था. इस पर अमित शाह ने कहा था कि पहले उनके आरोपों की जांच होगी और जानना होगा कितना सच है. वहीं जब स्मृति ईरानी से इस बारे में सवाल पूछा गया तो तो उन्होंने कहा कि इस मामले पर अकबर ही बोले तो बेहतर होगा. उनका कहना है कि उन्होंने इस मामले में जो भी कहा है उस पर ना तो उन्होंने किसी का मज़ाक उड़ाना चाहिए ना ही उन्हें शिकार बनाया जाना चाहिए. इसके अलावा विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने भी इस सवाल को टाल दिया.
केंद्रीय मंत्री मेनका गांधी ने ‘मी टू’ मामलों की जन सुनवाई के लिए सेवानिवृत्त न्यायाधीशों की चार सदस्यीय समिति गठित करने की घोषणा की थी. केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री मेनका ने कहा, यौन शोषण की शिकायतों को लेकर जो महिलाएं सामने आईं हैं, मुझे उनपर विश्वास है. मैं प्रत्येक शिकायत की पीड़ा और सदमा समझ सकती हूं. देखा जा सकता है इस पर अच्छे से कार्यवाही की जाएगी.