एचपी। शिमला में कोरोना के मामले बढ़ने का पर्यटन कारोबार पर नकारात्मक असर पड़ना शुरू हो गया है। कोरोना के मामले बढ़ने के बाद शिमला के होटलों में 50 फीसदी तक एडवांस बुकिंग रद्द हो गई है। बाहरी राज्यों के टूरिस्ट होटलों में फोन कर कोरोना को लेकर पूछताछ कर रहे हैं। बीते दिनों हुई बर्फबारी के बाद मौसम विभाग की ओर से शिमला के आसपास ऊंचाई वाले स्थानों पर पुन: बर्फबारी के पूर्वानुमान के चलते भारी संख्या में टूरिस्टों ने शहर के होटलों में कमरों की एडवांस बुकिंग करवाई थी, लेकिन बुकिंग रद्द होने से शहर के होटल कारोबारी खासे मायूस है।
बीते 14 दिनों के भीतर राजधानी शिमला सहित प्रदेश भर में कोरोना पॉजिटिव आने वाले मरीजों की दर में भारी इजाफा हुआ है, जिसे लेकर सोशल मीडिया से लेकर नेशनल मीडिया में भी खबरें प्रसारित हुई हैं। जिसके चलते अब पड़ोसी राज्यों से सैलानी शिमला का रुख करने से कतरा रहे हैं। शिमला के होटल कारोबारी अनिल वालिया ने बताया कि कई टूरिस्टो ने वीकेंड के लिए होटलों में एडवांस बुकिंग करवाई थी, लेकिन अब टूरिस्ट कोरोना के डर से या तो बुकिंग कैंसल करवा रहे हैं या फिर बुकिंग को आगे करवा रहे हैं।
कोरोना के मामले बढ़ने से पर्यटन कारोबार को भारी नुकसान हुआ है। शिमला ट्रेवल एजेंट एसोसिएशन के महासचिव मनु सूद का कहना है कि कोरोना के मामले बढ़ने के बाद शिमला को लेकर पूछताछ बढ़ी है। टूरिस्ट शिमला में कोरोना के मामलों की स्थिति को लेकर पूछताछ कर रहे हैं। टूरिज्म इंडस्ट्री स्टेक होल्डर एसोसिएशन के अध्यक्ष मोहिंद्र सेठ ने बताया कि कोरोना के मामले बढ़ने के बाद शिमला में होटलों के कमरों की एडवांस बुकिंग 50 फ़ीसदी तक कैंसिल हो गई है।
जिला प्रशासन से आग्रह है कि बिना मास्क का इस्तेमाल किए शोघी से लेकर शिमला तक सड़क किनारे काम करने वाले दलालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। बिना मास्क का इस्तेमाल किए टूरिस्टों की गाड़ियों के पीछे भागने के कारण यह लोग कोरोना संक्रमण बढ़ने का कारण बन सकते हैं।