लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार के लिए हजारीबाग में कई दिग्गजों का आगमन हुआ है। आजादी के बाद 1952 के प्रथम आम चुनाव के दौरान स्टार प्रचारक जैसी कोई अवधारणा नहीं थी। इलाके में सिर्फ राजा पार्टी के हेलिकॉप्टर की धूम थी। जहां-जहां राजा का हेलिकॉप्टर चक्कर लगा आता, वहां राजा पार्टी को जीत मिल जाती थी।
लेकिन धीरे-धीरे प्रचार के तरीके में बदलाव आने लगा। राष्ट्रीय स्तर के नेताओं के अलावा प्रधानमंत्री पद पर बैठे दिग्गजों को भी हजारीबाग में चुनावी सभा को संबोधित करना पड़ा है। 1972 के संसदीय चुनाव में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पहली बार हजारीबाग पहुंची थी तथा दामोदर पांडेय के पक्ष में वोट करने का आग्रह किया था।
हालांकि इंदिरा जी 1959 तथा 1963 में भी हजारीबाग आ चुकी थी। आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस को यहां सफलता मिली तथा पार्टी का खाता खुल सका। अटल बिहारी वाजपेयी बतौर प्रधानमंत्री 1998 में यहां पधारे थे। इसके बाद नरेंद्र मोदी ने वर्ष 2014 में चुनावी सभा की लेकिन उस समय प्रधानमंत्री नहीं थे। फरवरी 2015 में उनका यहां आगमन हुआ था, रेलवे परिचालन के उद्घाटन के लिए।