यूपी। मेरठ में गुरुवार को दो बड़ी घटनाएं हुईं। ब्रह्मपुरी में आसमा ने तीन बच्चियों की गर्दन काटकर खुदकुशी का प्रयास किया व परीक्षितगढ़ में रईस ने पत्नी और तीन बच्चों की हत्या करने के बाद फांसी लगाकर जान दे दी।
इन दोनों वारदातों में चश्मदीद कोई दूसरा नहीं है। दोनों में सुसाइड नोट मिला है, जिसमें दर्द है, असली वजह नहीं लिखी है।
दोनों ही घटना गुरुवार दोपहर एक से दो बजे के बीच में हुईं। दोनों घटना एक जैसी हैं। जिसमें मारने वाला भी अपना है और मरने वाला भी अपने है। कोई विरोध करने वाला भी नहीं था।
घटना को करने से पहले सुसाइड नोट तक लिख दिया। ब्रह्मपुरी में आसमा ने सुसाइड नोट लिखने के बाद अपनी तीनों बच्चियों को मारकर और खुद भी जान देने का निर्णय ले लिया। उसके बाद पूरी प्लानिंग के तहत वारदात को अंजाम दिया।
नतीजा ये रहा कि दो साल की बच्ची मरियम की मौत हो गई और आसमा व आयत जिंदगी व मौत के बीच में जूझ रही हैं। हालांकि दोनों की हालत में सुधार है।
दूसरी वारदात में रईस ने भी पहले से सुसाइड नोट लिखकर पत्नी, दो बेटे व एक बेटी को मारकर खुदकुशी का प्लान बना लिया था। उसके बाद ही वारदात को अंजाम दिया।
दोनों ही घटनाओं में सुसाइड नोट मिले हैं जिसमें आसमा ने थोड़ा सा अपना दर्द झलकाने का प्रयास किया, तो रईस ने मौत के बाद अपनों से माफी मांगी है।
रईस ने सुसाइड नोट में अपनी पत्नी से नाराजगी जताते हुएअपने परिवार के लोगों से माफी मांगी है। परिवार के लिए यह दोनों घटनाएं जिंदगी भर का दर्द दे गईं। सुसाइड नोट को पढ़ने के बाद परिवार के लोग भी अलग-अलग उसका अर्थ निकाल रहे हैं।
रईस की पहली पत्नी शबाना ने सात साल पहले आग लगाकर जान दी थी। उसके दो बेटे अफवान और हैदर थे। पत्नी की मौत के एक साल बाद रईस ने रिहाना से दूसरी शादी कर ली थी। उसके 4 साल की बच्ची अयात थी।
लोगों का कहना है कि दूसरी पत्नी रिहाना तथा पहली पत्नी शबाना के बच्चों के बीच हमेशा लड़ाई झगड़ा रहता था। बताया जा रहा है कि गृह क्लेश के चलते रईस ने पहले अपनी पत्नी, तीनों बच्चों की गला दबाकर हत्या कर खुदकुशी कर ली।